आदर्श गांव घोषित होने के बाद गांव के लोगों को अच्छी सड़क, जलनिकासी, बिजली व पानी, पंचायत भवन, साफ-सुथरा तालाब, स्कूल व स्वास्थ्य केन्द्र और साफ-सफाई की उम्मीद थी। इसी मकसद से सांसद ने देवसर ब्लॉक के डगा गांव को गोद लिया। चार साल बाद भी गांव की स्थिति में कोई खास बदलाव नहीं आया। पांच हजार की आबादी वाले गांव के लोग आज भी उपेक्षित हैं। एक प्राथमिक विद्यालय है। उपस्वास्थ्य केन्द्र है, जिसमें एएनएम के भरोसे ही इलाज है।
– पांच हजार आबादी वाले गांव में सिर्फ 25 हैंडपंप।
– पेयजल की समस्या बरकरार।
– पुलिया निर्माण और तालाबों का जीर्णोंद्धार नहीं।
– बिजली कनेक्शन नहीं होने से कटिया से बिजली जल रही।
– सड़क का निर्माण नहीं।
– गंदे पानी की निकासी के लिए गांव में नालियां नहीं।
आदर्श गांव डगा में विकास के कार्य किए जा रहे हैं। अभी कुछ कार्य लंबित हैं। जो तय समय में पूरे कर लिए जाएंगे। बिजली कनेक् शन घर-घर कराये जा रहे हैं। पोल भी समय से लग जाएंगे। पुलिया व सड़क निर्माण की मंजूरी मिल चुकी है।
रीती पाठक, सांसद
साधना सिंह, सरपंच डगा गांव में अब भी पेयजल की बहुत बड़ी समस्या है। आबादी के हिसाब से हैंडपंप नहीं हैं।
ठाकुर प्रसाद बैस, रहवासी
चूड़ामणि बैस, रहवासी चार साल पहले जैसी स्थिति थी वही आज भी है। कोई बदलाव नहीं हुआ।
जनकलाल पनिका, रहवासी
सुभाष बैस, रहवासी