प्रशिक्षण कार्यक्रम में कलेक्टर केवीएस चौधरी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। प्रशिक्षण की शुरुआत में कलेक्टर ने मास्टर ट्रेनरों को संबोधित करते हुए कहा कि वह मशीन संचालन की तकनीकी को गंभीरता से समझें। प्रशिक्षण लेने में अभी लापरवाही की गई तो उनके द्वारा पीठासीन अधिकारी व मतदान अधिकारी क्रमांक एक को सही प्रशिक्षण दे पाना संभव नहीं होगा। ऐसे में मतदान के दिन बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है। कलेक्टर के संबोधन के बाद मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण शुरू किया गया। प्रशिक्षण में ट्रेनरों ने मतदान प्रक्रिया, मतदान केंद्रों में व्यवस्था, मतपत्र लेखा तैयार करने, मार्कपोल, वीवीपैट की सीलिंग, दिव्यांग मतदाताओं को दी जाने वाली सुविधा सहित अन्य जानकारी प्राप्त की। गौरतलब है कि मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद वह पीठासीन व मतदान अधिकारी क्रमांक एक को प्रशिक्षित करेंगे।
मास्टर ट्रेनरों को इवीएम मशीन व मतदान की प्रक्रिया संबंधित प्रशिक्षण डॉ. आरके झा व डॉ. आरके दूबे ने दिया। बताया गया कि मॉकपोल के बाद एजेन्टों के सामने मशीन को क्लियर करके वास्तविक मतदान के लिए तैयार करना होगा। पीठासीन अधिकारी व मतदान अधिकारी मशीन की निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार सीलिंग करेंगे। प्रशिक्षण में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रियंक मिश्रा, अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी ऋजु बाफना, सहायक कलेक्टर रोहित सिसोनियां, आयुक्त नगर निगम शिवेन्द्र सिंह, प्रशिक्षण प्रभारी उपायुक्त नगर निगम आरपी वैश्य व प्रोग्रामर विवेक मिश्रा उपस्थित रहे।