विद्यालय में प्रतिदिन पांच छात्रों की मां या अभिभावक सुबह के समय विद्यालय पहुंच रही है। जहां पर बालकों के मिलने वाले पोषाहार के स्वाद को चखकर देख रही है। इस आदेश के बाद विद्यालय में छात्रों की मां की भी भूमिका रहेगी। प्रतिदिन पांच महिलाओं के विद्यालय में आकर मिड-डे मील चखने से स्कूली छात्र भी काफी उत्साहित है। इससे पोषाहार की गुणवत्ता में भी अच्छा इजाफा होगा।
इन बिंदुओं पर रहेगी नजर महिला सदस्य पके भोजन की गुणवत्ता परखेगी। साथ में यह भी तय करेंगी कि छात्रों को मानक के अनुसार भोजन की मात्रा दी जा रही है या नहीं। इसके अलावा रसोई की साफ-सफाई के अलावा दूध और फलों के वितरण का सही समय, मीनू के मुताबिक भोजन निर्माण, रसोइयों के मानदेय का भुगतान और भोजन सामग्री की समय से उपलब्धता पर भी उनकी खास नजर रहेगी।
नवाचार से छात्रों को मिलेगा लाभ राज्य सरकार से किए गए नवाचार से छात्रों को लाभ मिलेगा। मिड-डे मील आयुक्त ने नवाचार के आदेश जारी किए हैं। सभी जिले के विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिए कि नवाचार को अनिवार्य रूप से अपनाएं, इसमें बालक-बालिकाएं उत्साहित होंगे एवं पोषाहार की गुणवत्ता में और वृद्धि होगी।
फैक्ट फाइल ब्लॉक स्कूल की संख्या आबूरोड 175 पिण्डवाड़ा 162 रेवदर 157 शिवगंज 57 सिरोही 79 कुल 630 जिलेभर में विद्यार्थियों की संख्या कक्षा विद्यार्थियों की संख्या
प्रथम 5860 द्वितीय 9060 तृतीय 8985 चौथी 9273 पांचवीं 9742 छठी 4764 सातवीं 4429 आठवीं 3756 कुल 55869 इन्होंने बताया मिड-डे मील आयुक्त से नवाचार संबंधित आदेश आया था। जिले के पहली से आठवीं तक की सरकारी स्कूलों में नई व्यवस्था शुरू कर दी गई है। सभी संस्था प्रधानों को इस आदेश की पालना करने के निर्देश दिए गए है।
– मांगीलाल गर्ग, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक, सिरोही