सीतापुर। बाबा भोलेनाथ के दरबार में वैसे तो श्रावण मास के शुरू होते ही भक्तों की कतारें लग जाती हैं लेकिन इस वर्ष के श्रावण मास के आज पहले सोमवार पर सीतापुर का एक बाबा धाम अलौकिक छटा बिखेरता नजर आता है। जी हां बाबा श्याम नाथ का यह दरबार वर्षों से आस्था का एक बड़ा केंद्र है और श्रद्धालु यहां विशेष पूजन अर्चन के लिए आते रहते हैं।
यहां सावन के पहले सोमवार में भक्तों की काफी भीड़ देखने को मिल रही है। सभी भक्त भोले नाथ को खुश करने के लिये बेल पत्र, दूध और चावल से अभिषेक कर पूण्य प्राप्त करते हैं। सीतापुर जनपद में कई शिव मंदिरों में से एक प्रसिद्ध श्यामनाथ मंदिर पर सुबह 4 बजे से ही भारी भीड़ देखने को मिली। यहां पूरे जनपद से लोग आते है और पूजा पाठ करते हैं। लिहाजा स्थानीय प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किये गए है, ताकि आने वाले भक्तों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो और पूरे मनोभाव के साथ पूजा अर्चना कर सकें।
पुराने सीतापुर इलाके में बना है मंदिर
सीतापुर के शहर के एक किनारे पुराने सीतापुर के इलाके में बाबा श्याम नाथ का मंदिर बना हुआ है। यहां के बेहद प्राचीन मंदिरों में से एक इस मंदिर का परिसर काफी बड़ा है और एक वक्त में करीब 5000 हज़ार श्रद्धालु यहां एकत्र हो सकते हैं।
करीब 2 फिट है शिवलिंग की ऊंचाई
बाबा श्याम नाथ के इस प्राचीन मंदिर के शिवलिंग की ऊंचाई करीब 2 फुट है, जो देखने में काफी आकर्षण उत्पन्न करती है। इस शिवलिंग की आराधना मात्र से ही व्यक्ति के पाप नष्ट होते हैं।
मंदिर प्रांगण के पीछे बना ताल भी आस्था का है केंद्र
सीतापुर। श्याम नाथ बाबा के दरबार के ठीक पीछे एक ताल भी बना है। जहां भक्त दर्शन से पूर्व स्नान करते हैं। इसकी मान्यता की माने तो मंदिर की तरह ही यह भी प्राचीन है। जहां बीचोबीच बनी शिव जी की बड़ी मूर्ति आस्था का संचार करती है।