विज ने कहा कि प्रधानमंत्री के जीवन को यदि कहीं पर भी खतरा हो तो तुरंत सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। किसी को भी बख्शा नहीं जाना चाहिए। हम पहले ही दो प्रधानमंत्री खो चुके हैं। आज राहुल गांधी नक्सलियों से सहानुभूति रखने वाले लोगों को एनजीओ बता रहे हैं, जबकि राहुल गांधी ऐसी नापाक ताकतों की वजह से ही अपनी दादी और अपने पिता को खो चुके हैं। इसलिए उन्हें ऐसी ताकतों का समर्थन नहीं करना चाहिए। प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए जो कदम उठाने जरूरी होंगे वो अवश्य उठा, जाएंगे।
अनिल विज ने शशि थरूर के बारे में कहा कि ये तो देश का किसी न किसी तरीके से विभाजन करना चाहते हैं। इसलिए ये चुन चुनकर ऐसे बयान देते हैं। विज ने कहा कि जो विशेष आरक्षण की बात करते हैं वो पहले खुद तो इसे अपने ऊपर लागू करें। सता से बाहर रहकर इनके दिमाग के पुर्जों ने काम करना बंद कर दिया है । ये गैर मुद्दे को मुद्दा बनाने का प्रयास कर रहे हैं ये झूठ बोलने में माहिर हैं ।