scriptपीएचसी पर दवाइयों का टोटा, जांच योजना ठप | Chief Minister investigation plan on PHC stalled | Patrika News
टोंक

पीएचसी पर दवाइयों का टोटा, जांच योजना ठप

कस्बे में स्थित राजकीय आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर कर्मचारियों के पद रिक्त है, वही दवाइयों का भी टोटा है, इससे मरिजों को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है, केन्द्र पर लैब टैक्नीशियन का पद रिक्त होने से मुख्यमंत्री जांच योजना ठप है

टोंकApr 19, 2021 / 08:30 am

pawan sharma

पीएचसी पर दवाइयों का टोटा, जांच योजना ठप

पीएचसी पर दवाइयों का टोटा, जांच योजना ठप

लाम्बाहरिसिंह. कस्बे में स्थित राजकीय आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर कर्मचारियों के पद रिक्त है, वही दवाइयों का भी टोटा है, इससे मरिजों को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है, केन्द्र पर लैब टैक्नीशियन का पद रिक्त होने से मुख्यमंत्री जांच योजना ठप है, वहीं केन्द्र पर एंटीरेबिज समेत अन्य दवाइयां उपलब्ध नही होने से मरीजों को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। केन्द्र पर स्ट्रेलाइजर मशीन खराब है व अग्निशमन यंत्र अनुपयोगी पड़ा है।
विद्युत बॉक्स तार खुला होने के कारण हादसे को आमंत्रण दे रहे है। केन्द्र पर प्रसव व ओपीडी का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। चिकित्सक आवास जर्जर अवस्था में है। केन्द्र के टीकाकरण कक्ष में बरसात का पानी टपकने से समस्या बनी हुई है। केन्द्र प्रभारी चिकित्सक कमलेश माली ने बताया कि केन्द्र पर लैब टैक्नीशियन, फार्मासिस्ट, वार्ड ब्वॉय, सफाई कर्मचारी व क्षेत्र के कुहाड़ा गांव स्थित उपस्वास्थ्य केन्द्र पर एएनएम पद रिक्त है, करीब 266 प्रकार की दवाइयों में से 248 प्रकार की दवाईयां उपलब्ध है।
साथ ही बताया कि सप्लाई से दवाइयंा उपलब्ध करवाते ही उपलब्ध करावा कर राहत दी जाएगी, जल्द खराब पडे उपकरणों की मरम्मत करवा दी जाएगी,संस्थागत प्रसव बंदस्वास्थ्य केन्द्र के अधीन आने वाले देवल , झाड़ली, मोरला उपास्थ्य केन्द्रों पर जननी को राहत नहीं मिल रही है, उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर संस्थागत प्रसव सुविधा बंद है। ऐसे में प्रसूताओं को लम्बी दूरी कर प्रसव कराने विवश होना पड़ रहा है। वहीं क्षेत्र के कुहाड़ा गांव स्थित उपस्वास्थ्य केन्द्र पर एएनएम पद रिक्त होने के कारण ताला लटका पड़ा है। फोटो एलएच1904 सी11 लाम्बाहरिसिंह में राजकीय आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र।


आयुर्वेद विभाग बांट रहा है कोरोना किट
टोंक. कोरोना महामारी के चलते आयुर्वेद विभाग की ओर से प्रति रोधक क्षमता विकसित करने के लिए कारगर चिकित्सा उपचार के लिए तैयारी पूरी कर ली है। आयुर्वेद विभाग उप निदेशक डॉ. ज्योति भारद्वाज ने बताया कि कोरोना महामारी के सन्दर्भ में रविवार को जिला कलक्टर की अध्यक्षता में हुई बैठक में आदेशानुसार जिले के सभी आयुर्वेद चिकित्सा कर्मियों को अपने हैड क्वार्टर पर 24 घण्टे उपस्थित रहने, का अवकाश नहीं लेने व कोरोना महामारी की रोकथाम के सम्बन्ध में उपखणड अधिकारियों की ओर से दिए जाने वाले आदेशों व निर्देशों की पालना के लिए निर्देशित किया गया है।
डॉ भारद्वाज के अनुसार जिले के सभी आयुर्वेद चिकित्सालयों में कार्यरत चिकित्सकों को औषधालय में आए रोगियों को कोरोना किट व काढ़ा वितरित कर दैनिक रिपोर्ट अधिकारियों को दोपहर 3 बजे तक भेजने के निर्देश दिए हैं। वरिष्ठ कम्पाउण्डर रमेश दाधीच बताया कि ने बताया कि कोरोना किट का भी लोगों को वितरण किया जा रहा है। इस किट में आयुष 64 कैप्सूल, संशमनी वटी, अणुतैल व अश्वगंधा चूर्ण शामिल है। इसके अलावा रोगियों को वातश्लेष्लेश्मिक ज्वर हर क्वाथ, गोजिव्यादि क्वाथ भी सूखा वितरित किया जा रहा है। विभाग की ओर से रविवार को 129 रोगियों को कोराना किट व 193 लोगों को क्वाथ वितरित किया गया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो