दीपिका शर्मा
1920 में पहली बार वोट डालने का अधिकार पाने वाली अमरीकी महिलाओं को शुक्रवार को इस एतिहासिक दिन एक और अधिकार मिल गया है। वह है समान काम के लिए समान वेतन का अधिकार।
नहीं होगा जेंडर पे गैप
शुक्रवार को अमरीका में हर साल की तरह ‘वूमेन ईक्वेलिटी डे’ मनाया गया और इस अवसर पर फेसबुक, एप्पल औ सीवीएस समेत कुल 29 कंपनियों ने अमरीकी सरकार से उस शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किए, जिसमें जेंडर पे गैप (महिला व पुरुषों में वेतन का अंतर) को खत्म करने की शपथ ली गई है।
जून में शुरू हुआ कैंपेन
ओबामा सरकार ने इसी साल जून में इस नए अभियान की घोषणा की है। इस कैंपेन में अभी तक 50 कंपनियों के लाखों कर्मचारी हस्ताक्षर कर चुके हैं।
यह सभी कंपनियां इस बात पर सहमत हो गई हैं, कि वह हर साल अपनी सेलरी देने की शैली, लोगों को कंपनी में लेने और उन्हें प्रमोशन आदि देने की प्रक्रिया को जांचेंगी और यह देखेंगी कि कहीं इसमें जेंडर के आधार पर भेदभाव तो नहीं हो रहा है।
अमरीका में महिलाएं का अमरीकी श्रम शक्ति में लगभग आधा हिस्सा है और वह लगातार इस हिस्से की भागीदारी को बढ़ा रही हैं।
वाइट हाउस के आंकड़ों की मानें तो साल भर में जिस काम के लिए एक पुरुष को जितनी सेलरी मिलती है, महिलाओं को उसी काम के लिए पुरुषों की तुलना में 21 प्रतिशत वेतन कम दिया जाता है।
क्या है वूमेन ईक्वेलिटी डे?
96 साल पहले अमरीका में हजारों महिलाएं सड़कों पर उतरीं और उन्होंने अपने लिए वोट डालने के अधिकार पर सरकारी मुहर लगवा ली। 26 अगस्त, 1920 में अमरीकी महिलाओं को चुनावों में वोट देने का अधिकार मिल गया और वहां के संविधान में 19 वां संशोधन किया गया। हर साल अमरीका में महिलाओं को मिले इस अधिकार को वूमेन ईक्वेलिटी डे के तौर पर मनाया जाता है।
Home / Special / फेसबुक-एप्पल ने खाई कसम, महिला-पुरुषों को देगा समान वेतन