करीब 37 लाख की आबादी वाला रूस के पड़ोसी देश जॉर्जिया में 700 से कम मामले सामने आए और 12 जान गई। महामारी पर अंकुश लगाने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तारीफ की है।
क्या किया : शुरुआत में ही हवाई अड्डों पर थर्मल जांच, अंतरराष्ट्रीय यात्राओं पर रोक लगाकर जॉर्जिया ने महामारी को काबू किया। इसके अलावा यात्रा प्रतिबंध और फिजिकल डिस्टेंसिंग के प्रभावी उपाय किए।
कोरोनावायरस के महज 318 मामले सामने आए। इनमें 50 सक्रिय हैं और अब तक कोई मौत नहीं हुई। एक माह से कोई संक्रमित नहीं आया। समय-समय पर लोगों को सभी माध्यमों से समझाया गया।
क्या किया : अमरीकी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अधिकारी मैथ्यू मूर के मुताबिक, वियतनाम ने सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को अनुकरणीय ढंग से लागू किया है। जांच और परीक्षण में तेजी के साथ ही कम्युनिकेशन को ज्यादा सरल बनाया।
करीब तीन करोड़ की आबादी वाले घना में 1 लाख 60 हजार से अधिक लोगों का परीक्षण हो चुका है, जो दक्षिण अफ्रीका के बाद दूसरी बड़ी जांच की दर है। 5600 से अधिक संक्रमित पाए गए, जबकि 28 मौत हुई हैं।
50 लाख की आबादी वाला कोस्टारिका कोरोना की पुष्टि करने वाला लैटिन अमरीका का पहला देश है। 6 मार्च को पहला केस मिला। दो माह में 850 मामले और 10 मौतों पर ही देश ने लॉकडाउन से अंकुश लगा दिया।
महामारी आने से पहले लेबनान दशकों के भ्रष्टाचार के कारण आर्थिक संकट और राजनीतिक गतिरोध से जूझ रहा था। 70 लाख की आबादी वाले देश में दस लाख सीरियाई और फिलिस्तीनी शरणार्थियों की चुनौती अलग। 900 मामले सामने आए और 26 मौत हुई।
क्या किया : लेबनान ने फरवरी के शुरू पहला केस आते ही त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी। लॉकडाउन किया गया। मई के मध्य प्रतिबंधों में ढील दी गई, लेकिन लोग सतर्क रहे।
23 मार्च को प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने लॉकडाउन लगाने से पहले 48 घंटे का समय दिया। लोगों ने अनुशासन के साथ पालन किया। 50 लाख की आबादी वाले देश में अभी 1500 मामले हैं और 21 मौत हुई हैं।
क्या किया : समय रहते प्रधानमंत्री ने महामारी को भांप लिया और लॉकडाउन के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं को तेजी से विस्तार किया। जांच का दायरा बढ़ाया। अर्डर्न की लोकप्रियता में 65 फीसदी की वृद्धि हुई है।
(मौत और संक्रमितों के आंकड़े 21 मई तक)