चीन सहित कुछ देशों में सीसीटीवी कैमरों के साथ ही फेस रिकग्निशन यानी चेहरे की पहचान के साथ अपने शहरों की निगरानी बढ़े रहे हैं। आने वाले दिनों में वह अरबों लोगों का डेटाबेस बना रहा है, जो सेकंड के छोटे से हिस्से में किसी अवांछित व्यक्ति की पहचान कर सकता है।
आमतौर पर पूरी दुनिया में अपराधों की रोकथाम और सुरक्षा कारणों से ही सीसीटीवी कैमरे लगाए जाते हैं। घर, दफ्तर या सार्वजनिक स्थानों पर इनका इस्तेमाल अधिक है। लेकिन एक वर्ग इन्हें निजता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उल्लंघन मानता है।
-2021 तक 100 करोड़ हो जाएगी संख्या, अभी है 77 करोड़ लगभग
-657 कैमरा प्रति वर्ग किमी के हिसाब से सबसे अधिक आबादी की निगरानी करने वाला शहर है चेन्नई
-399 सीसीटीवी कैमरे प्रति वर्ग किलोमीटर दायरे में लगाने वाला लंदन टॉप टेन में एकमात्र गैर एशियाई शहर
-77 करोड़ सीसीटीवी कैमरे निगरानी कर रहे हैं दुनिया में
-41 करोड़ के साथ चीन में सर्वाधिक सीसीटीवी कैमरे, करीब 54 फीसदी
-01 अरब सीसीटीवी कैमरे होने का अनुमान है 2021 के अंत तक दुनिया में
आबादी के हिसाब से कैमरे लगाने वाले शीर्ष दस शहर रैंक/शहर प्रति किमी कैमरे
1. चेन्नई 657
2. हैदराबाद 480
3. हर्बिन, चीन 411
4. लंदन, इंग्लैंड 399
5. जियामेन, चीन 385
6. चेंगदू, चीन 350
7. ताइयुआन, चीन 319
8. नई दिल्ली 289
9. कुनमिंग, चीन 281
10. बीजिंग, चीन 278