जानकारी के अनुसार, बागोर क्षेत्र के जोरावरपुरा के पास खान पर पैंथर होने की जानकारी मिली। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग के कर्मचारियों ने खान पर पिंजरा लगाया। इस पिंजरे में पैंथर देर रात कैद हो गया। वन विभाग के कर्मचारियों सहित अधिकारी पहुंचे और पैंथर को साथ ले गए।
गौरतलब है कि राजस्थान में इन दिनों जंगली जानवरों खासकर पैंथर के रिहायशी इलाकों में आने की खबरें अक्सर सुनने को मिल रही हैं। धौलपुर जिले के मनियां इलाके के गांव मांगरौल में बुधवार को एक पैंथर आ गया और उसने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी। 20 से अधिक घंटे की मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम पैंथर को रेस्क्यू करने में कामयाब रही। हालांकि, तब तक जंगली जानवर ने कम से कम दो ग्रामीणों को घायल कर दिया था, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। दो दिन पहले उदयपुर शहर के रिहायशी इलाकों में भी एक पैंथर घुस आया था। कवरेज के लिए गए पत्रकार पर भी पैंथर ने हमला कर दिया, लेकिन पत्रकार की सूझबूझ से पैंथर को पकड़ लिया गया। इसी बीच बुधवार को उदयपुर शहर के सेक्टर 14 में एक घर में पैंथर घुस गया। इसके बाद वन विभाग की टीम ने उसे रेस्क्यू किया। डूंगरपुर, राजसमंद, अलवर समेत राजस्थान के कई हिस्सों से ऐसी खबरें सुनने को मिल रही हैं। शहर के रिहायशी इलाकों में लगातार पैंथर देखा जा रहा है।