शहर के विद्यानगर स्थित नए न्यायालय परिसर में बुधवार को तालुक विधि सेवा समिति, अधिवक्ता संघ हुब्बल्ली, वन विभाग एवं बागवानी विभाग हुब्बल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विश्व पर्यावरण दिवस कार्यक्रम का पौधे लगाकर शुभारंभ कर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि 1973 में संयुक्त राष्ट्र की ओर से पहली बार पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था। वर्तमान में लगभग 173 देशों में पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। विश्व पर्यावरण दिवस का मूल उद्देश्य जनता में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा करना और पर्यावरण को बर्बाद करने से रोकना है। आधुनिकता के साथ मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए पर्यावरण को नष्ट कर रहा है। साथ ही पर्यावरण के प्रति लोगों की चिंता भी कम हो रही है। आज हम प्लास्टिक का बहुत अधिक उपयोग कर रहे हैं। हम सडक़ों, झीलों, तालाबों सहित विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्रों में प्लास्टिक कचरा फेंक रहे हैं। इससे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। संबंधित नगर निगम अधिकारियों को कूड़ा फेंकने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। प्लास्टिक का प्रयोग केवल अति आवश्यक होने पर ही करना चाहिए। अधिकारियों को लोगों को झीलों, सडक़ों और सार्वजनिक क्षेत्रों में कचरा फेंकने से रोकने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए।
पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करना जरूरी
अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष एम.एस. बाणद ने कहा कि सभी को अपने स्वास्थ्य की तरह ही पर्यावरण का भी ख्याल रखना चाहिए। सालुमरद तिम्मक्का की सोच सभी में जगानी चाहिए। अपनी मेहनत की कमाई को अस्पतालों पर खर्च करने के बजाय पौधे लगाकर स्वास्थ्य बनाए रखकर पैसे बचा सकते हैं। विश्व पर्यावरण दिवस केवल 5 जून तक सीमित नहीं रहना चाहिए। हर गांव और शहर के लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करना जरूरी है।
पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान दें
क्षेत्रीय वन अधिकारी आरएस उप्पार ने कहा कि आज हम आधुनिक समय में पर्यावरण की रक्षा करना भूलते जा रहे हैं। बड़ी-बड़ी इमारतों के निर्माण और विकास के कारण हम पर्यावरण के प्रति लापरवाह होते जा रहे हैं। प्रतिदिन पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित करना चाहिए। अधिक पेड़ उगाने से सूखे की स्थिति को रोका जा सकता है। पर्यावरण अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक है। इसलिए सभी को पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान देना चाहिए। इसी अवसर पर नृपतुंगबेट्टा पहाड़ी, गब्बूर और विभिन्न क्षेत्रों में 1001 पौधे लगाने का अभियान शुरू किया गया। साथ ही प्रतीकात्मक रूप से पौधे भी वितरित किए गए। वरिष्ठ सहायक बागवानी निदेशक प्रभुलिंग गड्डद, वन अधिकारी प्रकाश करगुप्पी, हुब्बल्ली कोर्ट के सभी न्यायाधीश, वन विभाग, बागवानी विभाग के कर्मचारी उपस्थित थे।
तालुक कानूनी सेवा समिति के सदस्य सचिव राजशेखर तिलगंजी ने कार्यक्रम का संचालन कर अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया।