scriptरेत माफिया खुलेआम कर रहे रेत का अवैध खनन व परिवहन, वीडियो वायरल | Patrika News
खास खबर

रेत माफिया खुलेआम कर रहे रेत का अवैध खनन व परिवहन, वीडियो वायरल

– दिन-दहाड़े चंबल नदी का सीना छलनी कर रहे रेत माफिया
– रूअर गांव में पुलिस पर कर चुके हैं हमला, उसके बाद भी सख्ती नहीं दिखा रही पुलिस
– हाइवे पर रोजाना सुबह के समय लाइन से दौड़ते नजर आते हैं रेत से भरे दर्जनों ट्रैक्टर- ट्रॉली

मोरेनाMay 26, 2024 / 03:39 pm

Ashok Sharma

मुरैना. अंबाह विकासखंड क्षेत्र सहित जिलेभर में रेत माफिया खुलेआम रेत का अवैध खनन एवं परिवहन कर रहे हैं। रेत के इस अवैध कारोबार में संबंधित थाने की पुलिस भी शामिल हैं जिनकी शह पर चंबल नदी से रेत का अवैध खनन और परिवहन धडल्ले से हो रहा है। दिन-रात रेत के खनन और परिवहन का खेल चलता हैं। पुलिस और वन विभाग की टीम गश्त करती रहती हैं, लेकिन उन्हें यह सब दिखाई नही देता। अवैध रेत के ट्रैक्टर वाहन पुलिस के सामने से निकलते और पुलिस कुछ भी ना कर सकती। तमाम नियमों को दरकिनार कर मशीनों से चौबीसों घंटे बेरोकटोक धड़ल्ले से रेत निकाल कर चंबल नदी का सीना छलनी कर रहे हैं। आसपास के क्षेत्रों में न केवल रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है, बल्कि परिवहन भी किया जा रहा है। जिसे रोकने का सिर्फ दावा लगातार जिला प्रशासन व खनिज विभाग द्वारा किया जाता रहा है। बीच का पुरा में चंबल नदी घाट पर रेत का अवैध खनन किया जा रहा है। 24 मई की सुबह उत्खनन होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हैं। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि किस प्रकार जेसीबी के मदद से चंबल की अवैध रेत का खनन किया जा रहा है।
रूअर गांव में हुई घटना के बाद भी सबक नहीं ले रही पुलिस
ेंअंबाह क्षेत्र के रूअर गांव में अंबाह थाने की पुलिस जब आरोपी को पकडऩे गई तो आरोपी तो नहीं मिला, लेकिन लौटते समय एक अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्राली व जेसीबी मिल गई। पुलिस ने जब ट्रैक्टर-ट्राली को पकड़ लिया तो माफिया हावी हो गए और पुलिस के ऊपर पथराव तक करने से नहीं चूके। इस पर अंबाह थाना पुलिस को पोरसा व महुआ थाने से अतिरिक्त बल मंगाना पड़ा था। तब कहीं जाकर ट्रैक्टर ट्राली को कब्जे में लेकर जब्ती की कार्रवाई की जा सकी।
नगरा, बीच का पुरा, कुथियाना, रछेड़, रायपुर-खुर्द, बरबाई घाट बना रेत का अड्डा
अंबाह विकासखंड में बीच का पुरा, नगरा, कुथियाना, रछेड़, रायपुर-खुर्द, बरबाई घाट क्षेत्र में अवैध रेत का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां रेत की कोई भी खदान लीज पर नहीं है फिर भी रेत की चोरी बेखौफ हो रही है। शासन-प्रशासन, खनिज, वन विभाग लाख सफाई दे ,कार्रवाई की बात करें लेकिन आज भी वर्षों से स्थानीय कुछ लोग अवैध रेत के कारोबार में निरंतर लगे हुए हैं उनके इस कारोबार पर आज तक कोई कार्यवाही नही हुई। और यही कारण है कि इनके कारोबार पर आज तक ना तो रुकावट आई और ना ही इन्हें कानून का भय है।
पंजीयन नहीं फिर भी खुलेआम से हो रहा रेत का परिवहन
खनिज संपदा को परिवहन के लिए वाहनों का खनिज विभाग में पंजीयन आवश्यक होता है। अंबाह विकासखंड में किसी भी वाहन का पंजीयन रेत, मुरुम और गिट्टी सहित अन्य खनिज परिवहन का एक भी नहीं है फिर भी पूरे क्षेत्र में हजारों ट्रैक्टर रेत, गिट्टी, मुरुम आदि खनिज संपदा का परिवहन नियम विरुद्ध हो रहा है। यह वाहन कृषि कार्य को छोडकऱ व्यवसायिक कार्य में कैसे लगे हैं, इसको चेक करने की भी अधिकारियों को फुर्सत नहीं हैं।
रेत के लिए छलनी कर डाले जलीय जीवों के रहवास
मुरैना में रेत माफिया पर अंकुश नहीं लग पा रहा। अंधाधुंध तरीके से अवैध उत्खनन कर रहे माफिया ने चंबल नदी किनारों को छलनी कर रखा है। जेसीबी व हाइड्रा जैसी मशीनों से दिनदहाड़े अवैध उत्खनन किया जा रहा है। इसका सबसे बुरा असर जलीयजीवों के घरोंदों पर हो रहा है। चंबल नदी में जहां-जहां अवैध उत्खनन हो रहा है, वहां-वहां से जलीयजीव पलायन कर चुके हैं। माफिया ने नदी के किनारों को खोद-खोदकर छलनी कर दिया है, जिससे चंबल का पूरा स्वरूप ही बिग? गया है।
किनारों से लेकर बीहड़ों तक में अवैध रेत के स्टाक
रेत माफियाओ ने चंबल नदी के किनारों से लेकर बीहड़ों में अवैध रेत के स्टाक कर रखे हैं। चंबल नदी किनारों पर ही रेत माफियाओं ने छोटे-छोटे टीले बनाकर रेत का स्टाक कर रखा है। बीह?ों में हजारों डंपर रेत का स्टाक रखा हुआ है। बारिश के सीजन में जब चंबल नदी उफान पर होती है, तब रेत माफिया स्टाक किए गए रेत को महंगे दामों में खपाते हैं।
रेत माफियाओ के सूचना तंत्र मजबूत
अवैध उत्खनन के लगातार बढऩे और विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई के अभाव में रेत माफियाओं अपने काम में सफल हो रहे हैं। विभाग के अधिकारी जब कार्रवाई के लिए निकलते हैं तो खनन माफियाओं को इसकी जानकारी मिल जाती है, जिसमें उस दिन खनन माफिया रेत की निकासी बंद रखते हैं। दूसरी ओर यदि यदा कदा विभागीय अधिकारी निरीक्षण के लिए क्षेत्र में तो जाते हैं, लेकिन जहां अवैध खनन होता है, वहां वे पहुंच नहीं पाते। ऐसे में खनन माफिया फायदा उठाकर धडल्ले से खनन कर रहे हैं और विभाग द्वारा अवैध खनन करने वालों के ऊपर सख्त कार्रवाई न करना कई सवालों को जन्म दे रहा है।
प्रति ट्रैक्टर एवं महीनेदारी फिक्स
पता चला है कि अलग-अलग घाटों से रेत से लोड जो ट्रैक्टर निकलते हैं, उन ट्रैक्टरों से हर माह प्रति ट्रैक्टर रुपए पुलिस और खनिज विभाग द्वारा लिए जाने की बात सामने आ रही है। सूत्रों की मानें तो संबंधित क्षेत्र के बीट प्रभारी रेत से लोड ट्रैक्टरों एवं मशीनों का हिसाब किताब रखते हैं। प्रति ट्रैक्टर रेत फिक्स होने का ही नतीजा है कि रेत लोड ट्रैक्टर पुलिस थाने के सामने से रातभर फर्राटे मारते हुए निकलते हैं और चौराहों में तैनात कोई भी पुलिसकर्मी उन ट्रैक्टरों को रोक नहीं सकता है। खबर है कि रात्रि गश्त में तैनात कोई पुलिसकर्मी अगर किसी ट्रैक्टर को रोक भी लेता है तो दूसरे दिन संबंधित बीट प्रभारी उसकी क्लास लगवा देते हैं।
कथन
  • पुलिस समय-समय पर कार्रवाई करती हैं। रूअर में भी हमने कार्रवाई की थी। खनन क्षेत्रों के आसपास पुलिस भेजी जातीं हैं। बीच का पुरा सहित अन्य संबंधित रेत खनन क्षेत्रों में कार्रवाई को लेकर संयुक्त रूप से औचक छापेमारी की जाएगी।
रवि भदौरिया, एसडीओपी, अंबाह

Hindi News/ Special / रेत माफिया खुलेआम कर रहे रेत का अवैध खनन व परिवहन, वीडियो वायरल

ट्रेंडिंग वीडियो