नागौर सीएमएचओ डॉ. राकेश कुमावत ने बताया कि युवती/महिलाएं अपने साथ बच्चे व परिवार की सेहत के लिए भी गंभीर हुई हैं। शिक्षा-जागरूकता के साथ सरकारी योजनाओं ने भी महिला/युवती को बेहतर बदलाव की ओर मोड़ा है। शादी के तीन साल बाद बच्चा या दूसरे बच्चे में तीन साल के अंतराल पर सरकार की ओर से पांच-पांच सौ रुपए प्रोत्साहन देने की योजना है। इसके अलावा सरकारी अस्पताल में होने वाली डिलेवरी (कन्या) पर विशेष प्रोत्साहन राशि समेत अन्य कई योजनाओं से परिवर्तन आया है।
समझाना पड़ता…
इस संबंध में कुछ कामकाजी महिलाओं से बात होने पर उन्होंने भी बदलाव की प्रशंसा की। उनका कहना था कि बढ़ते प्रचार साधन, बढ़ी समझदारी और जिम्मेदारी से हर घर की बेटी/बहू अब पुराने सिस्टम को बदलना चाहती है। पहले ससुराल के दबाव में बच्चे जल्दी पैदा करने को तैयार हो जाती थीं, ना ही सेहत अथवा अन्य पर खुलकर बात करती थीं। पढ़े-लिखी होने के बाद अब वो अच्छा-बुरा समझने लगीं हैं, आवश्यकता पडऩे पर सही को सही ठहराने की हिम्मत भी करने लगीं। ऐसे में वे हर क्षेत्र में वो मजबूत होने लगीं।