जहां एक ओर एक माह पूर्व 44 संस्थानों द्वारा फायर सेफ्टी एनओसी नहीं लेने के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई, वहीं नगर परिषद शहर में सर्वे को जारी रखे हुए है। शुक्रवार तक शहर में 90 मैरिज गार्डन, अस्पताल, होटल, शैक्षणिक संस्थान, शोरुम को 15 दिन में एनओसी नहीं लिए जाने पर सीज करने की चेतावनी भरे नोटिस जारी कर दिए गए है। वहीं उक्त संस्थानों के संचालकों का कहना है कि पूर्व में भी ऐसे नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में अब भी संचालक एनओसी लेने के प्रति सजगता नहीं दिखा रहे है।
मैरिज गार्डन एवं कुम्भा स्टेडियम के सामने सिविल लाइन की ओर जाने वाली रोड पर एक दर्जन से अधिक भवनों का व्यावसयिक उपयोग हो रहा है। इन भवनों ने निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार भू रुपांतरण तक नहीं करवाया है। इन भवनों के व्यावसायिक उपयोग से जहां सरकार को राजस्व की हानि हो रही है, वहीं उपयोग कर्ता लाखों रुपए कमा रहे है। कुछ मैरिज गार्डन स्कूल खेल मैदान की भूमि पर तो कुछ कृषि भूमि पर संचालित होना पाया गया।
फायर सेफ्टी एनओसी लेने के पहले मैरिज गार्डन, अस्पताल, होटल, शैक्षणिक संस्थान, शोरुम संचालक को प्रक्रिया के तहत यूडी टैक्स जमा करवाना पड़ता है। ऐसे में उक्त संचालक राशि जमा नहीं करवा रहे है। उक्त राशि करोड़ों में है। यह राशि जमा होने पर नगर परिषद आर्थिक संकट से निजात पा सकती है, वहीं शहर में विकास कार्य भी गति पकड़ सकेंगे।
रुही तरन्नुम, कार्यवाहक आयुक्त, नगर परिषद, बूंदी
अब्दुल मतीन, सहायक फायर सेफ्टी अधिकारी, नगर परिषद, बूंदी