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मंडी में सोयाबीन की बंपर आवक, दस हजार बोरी बिकी, 8 हजार रही पेंडिंग, जानें ताजा भाव

कृषि उपज मंडी में सोयाबीन की आवक अब परवान चढ़ना शुरू हो गई। मंडी में 10 हजार बोरी की नीलामी के बावजूद करीब आठ हजार बोरी पेंडिंग रही। रविवार को मंडी में कामकाज बंद रहने से इस दिन भी यहां आवक हुई।

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कोटा

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kamlesh sharma

Oct 06, 2024

रामगंजमंडी. कृषि उपज मंडी में सोयाबीन की आवक अब परवान चढ़ना शुरू हो गई। शनिवार को मंडी में 10 हजार बोरी की नीलामी के बावजूद करीब आठ हजार बोरी पेंडिंग रही। रविवार को मंडी में कामकाज बंद रहने से इस दिन भी यहां आवक हुई। सम्भव है सोमवार को मंडी परिसर में इस सीजन की सबसे ज्यादा आवक कृषि जिन्स नीलामी के समय देखने को मिलेगी। सोयाबीन के भावों में शनिवार को भी कोई तेजी मंदी जैसे हालात नहीं रहे।

इस भाव से बिकी सोयाबीन

मंडी यार्ड में इस बार जो सोयाबीन आ रही है उसमे मिट्टी की मात्रा कम है। जिंस निकालने के बाद उसको सूखने का इंतजार किए बिना किसान सोयाबीन बेचने के लिए खुली नीलामी में लेकर पहुंच रहे हैं। सोयाबीन में अभी 15 से 20 प्रतिशत से लेकर 8 से 10 प्रतिशत पानी की मात्रा आ रही है। व्यापारी मशीन से जिंस में पानी की मात्रा की गणना करके नीलामी में इसका भाव निर्धारण कर रहे हैं। 15 से 20 प्रतिशत पानी मिक्स वाली सोयाबीन के भाव यहां चार हजार पचास रुपए क्विंटल तक नीचे में बोले जा रहे है। कम पानी वाली सोयाबीन का भाव 4580 रुपए तक बोला जा रहा है।

आवक के मुकाबले बिक्री नहीं

मंडी में सोयाबीन की आवक के मुकाबले में खरीद ज्यादा नहीं होने से अभी आने वाली सोयाबीन की पूरी बिक्री नहीं हो रही। शुक्रवार को मंडी में सोयाबीन 15 हजार बोरी थी नो हजार बोरी बिकी। शनिवार को मंडी में जब नीलामी शुरू हुई तो व्यापार संघ कार्यालय वाले परिसर में लगी दस हजार बोरी सोयाबीन की ढेरिया बिकी। केंटीन व पूर्व मंडी अध्यक्ष की दुकान वाले हिस्से में लगी ढेरियों तक नीलाम नहीं पहुंचा जो करीब आठ हजार बोरी था।

मिट्टी मिक्स इसलिए नहीं आ रही

बीते सालो में मिट्टी मिक्स सोयाबीन की मात्रा ज्यादा आती थी इसका प्रमुख कारण बीते सालों में कटाई के समय होने वाली बरसात रहती थी। ऐसे में कटाई के समय पौधे के साथ गीली मिट्टी भी चिपककर आती थी और सोयाबीन निकालते समय दाने के साथ वह भी गोल आकार में बाहर आकर सोयाबीन में मिक्स हो जाती थी। इस बार ऐसा नजारा नहीं बनने से सोयाबीन की अधिकांश ढेरिया साफ-सुथरी नजर आ रही हैं।