इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में अनुराग ठाकुर ने हलफनामा दाखिल कर कहा था कि अगर सुप्रीम कोर्ट को लगता है कि उन्होंने कोर्ट के आदेशों में बाधा पहुंचाने की कोशिश की तो वो बिना शर्त माफी मांगते है। उनके मन में सुप्रीम कोर्ट के प्रति बड़ा सम्मान रखते है, ना तो कोई झूठा हलफनामा दाखिल किया और ना ही वो किसी तरह से कोर्ट के आदेशों में दखल देना चाहते थे।
SC में अनुराग ठाकुर का हलफनामा, कहा- बिना शर्त और साफ तौर पर माफी मांगता हूं दरअसल, 2 जनवरी को लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू नहीं करने पर कोर्ट ने ठाकुर को पद से हटाने के साथ साथ कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था उनसे पूछा गया है कि उनके खिलाफ अदालत की अवमानना का मामला क्यों न चलाया जाए? सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि अगर आरोप साबित हुए तो ठाकुर को जेल भी जाना पड़ सकता है।
सौरव गांगुली बन सकते हैं बीसीसीआई अध्यक्ष, जल्द हो सकती है घोषणा अनुराग ठाकुर पर आरोप था कि उन्होंने आईसीसी के अध्यक्ष शशांक मनोहर को कहा था कि वह (आईसीसी) ऐसा पत्र जारी करें जिसमें यह लिखा हो कि अगर लोढा पैनल को इजाजत दी जाती है तो इससे बोर्ड के काम में सरकारी दखलअंदाजी माना जाएगा और बीसीसीआई की सदस्यता रद्द भी हो सकती है। हालांकि ठाकुर ने इस आरोप से इनकार किया था।