मीराबाई चानू और जेरेमी लालरिनुंगा ने दिलाया था गोल्ड
आपको बता दें अचिंता शुली से पहले मीराबाई चानू और जेरेमी लालरिनुंगा ने भी वेटलिफ्टिंग में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता था। संकेत महादेव सरगर और बिंदियादेवी रानी ने सिल्वर मेडल जीता। गुरुराज पुजारी को ब्रॉन्ज मिला था। भारत के तीन गोल्ड, दो सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल हो गए हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत वेटलिफ्टिंग में सबसे ज्यादा मेडल जीतने वाला देश भी है।
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अब तक का करियर
अचिंता शुली ने अपना पूर दम दिखाकर किसी को आस-पास भी आने नहीं दिया। मलेशिया के एरी हिदायत ने सिल्वर मेडल जीता। उन्होंने 303 किलोग्राम वजन उठाया। शुली से बहुत दूर वो रहे। उधर कनाडा को ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त हुआ। पश्चिम बंगाल से ताल्लुक रखने वाले शुली ने पिछले साल उज्बेकिस्तान के ताशकंद में जूनियर वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैम्पियनशिप में जबरदस्त प्रदर्शन किया था। उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था।
इसके बाद दिसंबर 2021 में राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप के 73 किलो भारवर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर बर्मिंघम का टिकट शुली ने कटाया था। उस इवेंट में अचिंता ने कुल 316 किलोग्राम का वजन उठाकर सभी को चौंंका दिया था। वहीं शुली ने साल 2019 के राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब रहे थे।