शनिवार को जब बिंदिया रानी 55 किग्रा वर्ग की प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे रही थीं, तब उनके परिवार के सदस्य एक टेलीविजन कनेक्शन पाने के लिए हाथ-पांव मार रहे थे ताकि वे मणिपुर के इम्फाल में अपने घर से मैच देख सकें। उनके परिवार में चार सदस्य हैं, जिसके यहां एक परच्यून की दुकान है।
दुकान चलाने के साथ-साथ उनके पिता खेती कर परिवार की देखभाल करते हैं। बर्मिघम में बिंदियारानी के खेल को देखने के लिए परिवार को टीवी कनेक्शन नहीं मिल पा रहा था, जहां वे दर-दर भटक रहे थे। समय पर कनेक्शन तैयार करने की जिम्मेदारी उसके बड़े भाई पर आ गई, जो अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश में है।
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सिल्वा मेडल जीतने के बाद बिंदियारानी ने कहा, “खेल शुरू होने से कुछ घंटे पहले मेरे भाई ने टीवी कनेक्शन लिया और मेरे परिवार और रिश्तेदारों ने मुझे पदक जीतते हुए देखा।” हालांकि, बिंदियारानी दूसरे चरण में 114 किलोग्राम के भार पर गलती कर बैठीं, जिससे वे गोल्ड मेडल पर कब्जा नहीं जमा पाईं। उन्होंने दूसरे स्थान पर कब्जा किया और देश के लिए सिल्वर जीता।
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22 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, यहां प्रदर्शन करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। इससे मेरा मनोबल और बढ़ा है। यहां प्रदर्शन करने के बाद मेरी नजर वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए तैयारी करने और पदक जीतने पर है।