इसकी बड़ी वजह टीम मैनेजमेंट और पूर्व कप्तान विराट कोहली है। दोनों भारतीय खिलाड़ियों पर भरोसा नहीं जताते और उन्हें हर साल बादल देते हैं। जिन भारतीय खिलाड़ियों को इस टीम ने चुना वे कभी उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए। लेकिन टीम मैनेजमेंट ने उन्हें दूसरा मौका नहीं दिया और बाहर का रास्ता दिखा दिया। RCB में कोहली के अलावा दूसरा कोई भारतीय बल्लेबाज नहीं है जिसने इस फ्रेंचाइज के लिए 1000 आईपीएल रन बनाए हैं।
ये चौंकाने वाला स्टेट्स हैं। पिछले 16 साल में RCB एक भी युवा खिलाड़ी को तैयार नहीं कर पाई जो कोहली का साथ दे। कोहली ने RCB के लिए खलते हुए अबतक 7044 रन बनाए हैं। उनके बाद दूसरे नंबर पर पूर्व दिग्गज कप्तान राहुल द्रविड़ का नाम आता है। द्रविड़ ने RCB के लिए तीन सीजन खेले और 898 रन बनाए हैं। कोहली और अन्य बल्लेबाजों के बीच रनों के अंतर से यह साफ़ दिखाती है कि किस तरह भारतीय बल्लेबाजों को ग्रूम करने में RCB नाकाम रही है।
कोहली और द्रविड़ के अलावा युवा बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल ने 884 रन बनाए हैं। लेकिन उन्हें भी 2022 मेगा ऑक्शन से पहले रिलीज कर दिया गया था। इसके अलावा रॉबिन उथप्पा (549), मनीष पांडे (417), मयंक अग्रवाल (433), केएल राहुल (417), रजत पाटीदार (404) जैसे बल्लेबाज भी RCB के लिए खेल चुके हैं।