इंटरव्यू में किया सनसनीखेज खुलासा
खालिदा पोपल ने अपने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि तालिबानियों ने अपने पहले शासन काल में महिलाओं को पत्थर से मारा, रेप और जान से मारा है और महिला फुटबॉलर्स तालिबान के एक और बार सत्ता में आने के बाद दहशत में हैं। अफगानिस्तान के लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि उनका भविष्य कैसा होगा।
तालिबान का राज आने के बाद टूट गई हैं खालिदा
खालिदा ने कहा कि वे हमेशा से ही नौजवान महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती रही हैं। लेकिन अब तालिबान का फिर से राज आने के बाद वह पूरी तरह से टूट चुकी हैं। क्योंकि अब मैं महिलाओं की प्रॉब्ल्मस को सॉल्व नहीं कर पाउंगी। अब अफगानिस्तान की जनता की बागडोर तालिबान के हाथों में आ गई है।
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‘अपनी सुरक्षा के लिए हटा लें ऑनलाइन डाटा’
खालिदा ने कहा कि अब अफगानिस्तान की महिलाओं को अपनी सुरक्षा के लिए पूरा ऑनलाइन डेटा हटा लेना चाहिए। ताकि उनकी आईडेंटिटी ही खत्म हो जाए। मैं तो उन्हें यह तक कहना चाहती हूं कि अपनी नेशनल यूनिफॉर्म को भी आग लगा देनी चाहिए।
कार्यकर्ताओं में फैली है दहशत
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की आम जनता ही नहीं बल्कि यहां के लोगों को आगे बढ़ने में मदद करने वाले कार्यकर्ता भी दहशत में हैं। उन्हें भी समझ नहीं आ रहा कि इस मुसीबत से कैसे निपटा जाए। देश के पतन की शुरुआत हो चुकी है। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए जो भी काम किया गया था, वो मिट्टी में मिल चुका है। वही इस मामले में फीफा के प्रवक्ता ने भी अफगानिस्तान में चल रहे हालातों को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि हम अफगानिस्तान के फुटबॉल फेडरेशन के संपर्क में है। हम स्थिति को मॉनीटर कर रहे हैं और हम अपनी तरफ से पूरा समर्थन देने की कोशिश करेंगे।