ऑस्ट्रेलिया ने इसके साथ ही चार टेस्टों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। भारतीय टीम ने दोनों ही पारियों में शर्मनाक प्रदर्शन किया। भारत पहली पारी में 105 और दूसरी पारी में 107 रन पर निपट गया। इस शर्मनाक हार के साथ कप्तान विराट कोहली का 19 टेस्टों से चला आ रहा अपराजेय क्रम टूट गया।
ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने जीत के लिए 441 रन का लक्ष्य रखा था और भारतीय बल्लेबाजों ने लेफ्ट आर्म स्पिनर ओ कीफे तथा ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के सामने 33.5 ओवर में 107 रन पर घुटने टेक दिये। कीफे ने 15 ओवर में 35 रन पर छह विकेट लेकर मैच में कुल 12 विकेट हासिल किए जबकि लियोन ने 14.5 ओवर में 53 रन पर चार विकेट झटके। लियोन ने मैच में कुल पांच विकेट लिए।
कीफे ने पहली पारी में 35 रन पर छह विकेट और दूसरी पारी में भी 35 रन पर छह विकेट लिए। उन्होंने कुल 70 रन पर 12 विकेट लेकर भारतीय जमीन पर किसी विदेशी स्पिनर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर डाला। कीफे का यह प्रदर्शन भारतीय जमीन पर किसी विदेशी गेंदबाज का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इंग्लैंड के इयान बॉथम ने 1980 में मुंबई में 106 रन पर 13 विकेट लिए थे।
32 वर्षीय कीफे ने इससे पहले चार टेस्टों में कुल 14 विकेट हासिल किए थे। उनका एक पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 53 रन पर तीन विकेट और मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 103 रन पर चार विकेट था। लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के लिए कीफे ऐसा हौवा साबित हुए कि उन्होंने एक मैच में ही 12 विकेट झटक लिए।
भारत के पास रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के रूप में मौजूदा टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक और नंबर दो गेंदबाज थे लेकिन मैच में असली पराक्रम कीफे ने दिखाया। उन्होंने दूसरी पारी में भारत के चार बल्लेबाजों को पगबाधा किया। कीफे ने मुरली विजय(दो), चेतेश्वर पुजारा(31), कप्तान विराट कोहली(13), अजिंक्या रहाणे(18), अश्विन(आठ), और रिद्धिमान साहा(पांच) का शिकार किया। ऑफ स्पिनर लियोन ने लोकेश राहुल(10), रवींद्र जडेजा(तीन), जयंत यादव(पांच) और इशांत शर्मा(शून्य) को आउट कर भारत को पराजय का शर्मनाक घूंट पिला दिया।
भारतीय टीम ने पहली पारी में जहां 40.1 ओवर खेले थे वहीं दूसरी पारी में उसका बोरिया बिस्तरा 33.5 ओवर में ही बंध गया। मैच तीसरे दिन चायकाल के कुछ देर बाद समाप्त हो गया। जो भारतीय टीम इससे पहले घरेलू सीरीज के मैचों में विपक्षी टीमों को तीन दिन में निपटा रही थी उसी का कंगारूओं ने तीन दिन के अंदर शिकार कर दिया। जिस ऑस्ट्रेलियाई टीम को भारत आने वाली सबसे कमजोर टीम बताया जा रहा था उसी टीम ने भारतीय शेरों का ऐसा शिकार किया कि टीम इंडिया के समर्थक भी बगलें झांकने के लिये मजबूर हो गए।