पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद लॉयन ने कहा कि उन्होंने मैच से पहले अश्विन के ढेरों वीडियो देखे, लेकिन मैच के दौरान उन्होंने विकेट से उछाल लेने की अपनी स्वाभाविक स्टाइल से ही गेंदबाजी की।
लॉयन (50/8) की धारदार गेंदबाजी के आगे भारतीय टीम की पहली पारी 189 रनों पर सिमट गई। लॉयन ने बताया कि उन्होंने भारत दौरे पर आने से पहले दुबई में अभ्यास शिविर के दौरान नेट्स पर 12,00 गेंदें फेंकी।
लॉयन ने कहा कि मुझे नहीं समझ आ रहा क्या कहूं। मैंने अश्विन के ढेरों वीडियो देखे, लेकिन मैंने अपनी स्वाभाविक उछाल हासिल करने की योग्यता का ही इस्तेमाल किया। मैंने तैयारी के दौरान दुबई में करीब 12,00 गेंदें फेंकी थीं। हमारी गेंदबाजों ने कठिन मेहनत की है। हमने आपस में चर्चा भी की कि भारत में गेंदबाजी कैसे करें, क्योंकि भारत हमारे लिए विदेशी दौरे करने की सबसे चुनौतीपूर्ण जगह है।
लॉयन ने कहा कि वह आखिरी घंटा मेरे लिए काफी सफल साबित हुआ। ऐसा पहली बार हुआ जब मैं मुस्कुराते हुए लौटा। मैंने बिग बैश लीग (बीबीएल) के दौरान जॉन डेविसन के साथ कठिन मेहनत की। मैं हर दिन एक घंटा गेंदबाजी का अभ्यास करता था। इसका उन्हें (डेविसन) को भी काफी श्रेय जाता है। चिन्नास्वामी स्टेडियम की विकेट में कई जगहें क्रैक थीं और मैं उन्हीं क्रैक पर गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहा था।