दूसरे राउंड में लवलीना पर भारी रहीं बुसेनाज सुरमेनेली
वहीं सेमीफाइनल मुकाबले के दूसरे राउंड में तुर्की की विश्व नंबर-1 मुक्केबाज बुसेनाज सुरमेनेली भारतीय मुक्केबाज लवलीना पर भारी रहीं। दूसरे राउंड के अंत में रेफरी की खेल रोकने की सीटी बजने के बाद भी प्रहार करने के लिए लवलीना पर एक अंक की वार्निंग अंक की पेनाल्टी भी लगाई गई। दूसरे राउंड में लवलीना को 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। जजों ने बुसेनाज सुरमेनेली को 10-10 अंक दिए और लवलीना को 9-9 अंक मिले।
वहीं सेमीफाइनल मुकाबले के दूसरे राउंड में तुर्की की विश्व नंबर-1 मुक्केबाज बुसेनाज सुरमेनेली भारतीय मुक्केबाज लवलीना पर भारी रहीं। दूसरे राउंड के अंत में रेफरी की खेल रोकने की सीटी बजने के बाद भी प्रहार करने के लिए लवलीना पर एक अंक की वार्निंग अंक की पेनाल्टी भी लगाई गई। दूसरे राउंड में लवलीना को 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। जजों ने बुसेनाज सुरमेनेली को 10-10 अंक दिए और लवलीना को 9-9 अंक मिले।
यह भी पढ़ें— टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पहलवानों का शानदार प्रदर्शन, सेमीफाइनल में पहुंचे रवि और दीपक, जागी मेडल की उम्मीदें क्वार्टर फाइनल में हराया था चीनी ताइपे को
इससे पहले लवलीना ने महिला 69 किलो क्वार्टर फाइनल में मुकाबले में चीनी ताइपे निएन चिन चेन को हराया था। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में लवलीना ने पहले राउंड से ही निएन चिन चेन पर बढ़त बना ली थी। पहला राउंड लवलीना ने 3-2 से जीता था। वहीं उन्होंने दूसरा राउंड 5-0 से अपने नाम किया। क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे की निएन चिन चेन को 4-1 से हराया था। सेमीफाइनल में पहुंचने के साथ ही भारत का एक और मेडल पक्का हो गया था। लवलीना का ब्रॉन्ज मेडल पक्का हो गया था।
इससे पहले लवलीना ने महिला 69 किलो क्वार्टर फाइनल में मुकाबले में चीनी ताइपे निएन चिन चेन को हराया था। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में लवलीना ने पहले राउंड से ही निएन चिन चेन पर बढ़त बना ली थी। पहला राउंड लवलीना ने 3-2 से जीता था। वहीं उन्होंने दूसरा राउंड 5-0 से अपने नाम किया। क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे की निएन चिन चेन को 4-1 से हराया था। सेमीफाइनल में पहुंचने के साथ ही भारत का एक और मेडल पक्का हो गया था। लवलीना का ब्रॉन्ज मेडल पक्का हो गया था।
यह भी पढ़ें— जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने किया कमाल, पहला ही थ्रो ऐसा फेंका कि सीधे पहुंचे फाइनल में दो बार विश्व चैम्पियनशिप में जीते पदक
24 वर्षीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन असम की पहली बॉक्सर हैं, जिन्होंने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। वहीं लवलीना दो बार विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीत चुकी हैं। वह असम के एक छोटे से गांव से हैं। उन्होंने छोटे से गांव से ओलंपिक तक का सफर तय किया है। लवलीना असम के गोलाघाट जिले की सरुपथर विधानसभा के छोटे से गांव बरोमुखिया की निवासी हैं। उनके गांव की आबादी मात्र 2 हजार आबादी है।
24 वर्षीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन असम की पहली बॉक्सर हैं, जिन्होंने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। वहीं लवलीना दो बार विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीत चुकी हैं। वह असम के एक छोटे से गांव से हैं। उन्होंने छोटे से गांव से ओलंपिक तक का सफर तय किया है। लवलीना असम के गोलाघाट जिले की सरुपथर विधानसभा के छोटे से गांव बरोमुखिया की निवासी हैं। उनके गांव की आबादी मात्र 2 हजार आबादी है।