उल्लेखनीय है कि किसान का अधिकतर गेहूं सरकार खरीदती है, ऐसे में खरीद के लिए काफी दिन पहले कवायद शुरू करनी पड़ती है। गत सीजन में खरीद आम तौर पर व्यवस्थित हुई, लेकिन उससे पूर्व के कुछ वर्षों में बारदाने की कमी, भण्डारण के लिए पूरी जगह नहीं होना आदि कारण परेशानी का सबब बने हैं। उठाव में देरी भी खरीद कार्य को अनेक बार बाधित कर चुकी है। इन्हें देखते हुए संबंधित विभाग समय रहते कार्य योजना बनाते हैं।
श्रीगंगानगर जिले में यह स्थिति
लक्ष्य- 250000 हे.
बुवाई- 167564 हे.
खरीद होनी चाहिए व्यवस्थित
व्यापारी नेताओं के अनुसार गेहूं की सरकारी खरीद व्यवस्थित होनी चाहिए। श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिला संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष हनुमान गोयल के अनुसार सिर्फ एमएसपी बढ़ाने से कुछ नहीं होगा। किसानों का पूरा माल खरीदना भी सुनिश्चित होना चाहिए। मूंग की एमएसपी तो घोषित है, लेकिन काफी कम माल खरीदा जा रहा है। दी गंगानगर ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश खदरिया के अनुसार गेहूं की एमएसपी में बढ़ोतरी किसान के हित में है, सरकार को व्यवस्थित खरीद का इंतजाम करना चाहिए।
उच्चाधिकारियों को करवाया अवगत
‘खरीद की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। भण्डारण के लिए स्थान, बारदाने आदि आवश्यकता का आकलन कर उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है। कृषि विभाग से बुवाई क्षेत्रफल का ब्यौरा भी नियमित लिया जा रहा हैÓ -प्रिन्स हेमराज वर्मा, क्षेत्र अधिकारी, भारतीय खाद्य निगम