जिसके चलते ग्रामीणों में रोष उपजा हुआ हैै। ग्रामीण अरसे से नहरों एवं वितरिकाओं की क्षतिग्रस्त पुल-पुलियाओं एवं उनकी रैलिंग के निर्माण की मांग कर रहे हैं लेकिन विभागीय अधिकारियों की उदासीनता एवं जनप्रतिनिधियों की सुस्ती आमजन की मांग पर भारी पड़ रही है। आलम यह है कि हादसों से बचाव करने के लिए जिन पुल-पुलियाओं एवं उनकी क्षतिग्रस्त रैलिंग का काम विभाग को अविलंब करवाना चाहिए, नागरिकों की लंबी मांग के बाद भी उनका निराकरण नहीं हो पा रहा है।
ऐसा ही एक मामला इंदिरा गांधी नहर की सूरतगढ़ शाखा के गांव 239 आरडी का है। जहां मुख्य शाखा पर बने पुल की रेलिंग पिछले करीब चार-पंाच वर्षों से क्षतिग्रस्त पड़ी हैै।
लेकिन विभाग है कि क्षतिग्रस्त रेलिंग के पुनर्निर्माण को लेकर लापरवाही बरत रहा है। दर्जनभर से अधिक गांवों, चकों व ढाणियों को स्थानीय उपतहसील से जोडऩे वाले इस एकमात्र सड़क मार्ग पर बने इस पुल से प्रतिदिन दर्जनभर शिक्षण संस्थाओं की बाल वाहिनीयां, आसपास के चकों, गांवों व ढाणियों के किसानों के कृषि वाहन, उपतहसील मुख्यालय को आवागमन करने के लिए प्रतिदिन सैंकड़ों वाहन गुजरते हैं।
लेकिन विभाग है कि क्षतिग्रस्त रेलिंग के पुनर्निर्माण को लेकर लापरवाही बरत रहा है। दर्जनभर से अधिक गांवों, चकों व ढाणियों को स्थानीय उपतहसील से जोडऩे वाले इस एकमात्र सड़क मार्ग पर बने इस पुल से प्रतिदिन दर्जनभर शिक्षण संस्थाओं की बाल वाहिनीयां, आसपास के चकों, गांवों व ढाणियों के किसानों के कृषि वाहन, उपतहसील मुख्यालय को आवागमन करने के लिए प्रतिदिन सैंकड़ों वाहन गुजरते हैं।
नहीं चेत रहा विभाग
भाजपा देहात मंडल उपाध्यक्ष बशीर खान, पूर्व सरपंच रामकरण, जयपाल छिम्पा, गोपीराम आदि ने बताया कि जैतसर-फरीदसर की ओर जाने वाले इस मुख्य सड़क मार्ग पर बने पुल की रेलिंग क्षतिग्रस्त होने के कारण अक्सर दो वाहन आमने-सामने से नहीं निकल पाते हैं। इस समस्या के समाधान के बारे में कई बार अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है।इस दौरान अनेक बार वाहन चालकों के साथ हादसे भी हो चुके हैं। गत शनिवार की रात को भी एक ट्रैक्टर चालक पुलिया पर हादसे का शिकार हो गया।
वित्तीय स्वीकृति जारी
पुल की रेलिंग के निर्माण के लिए वितीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है। इसका नया निर्माण करवाने के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है। रेलिंग को एक-एक फीट ऊंचा उठाकर आरसीसी पुनर्निर्माण करवाया जायेगा।
– विजय पुरोहित, अधिशाषी अभियंता जल संसाधन विभाग, सूरतगढ़ खण्ड।