करीब सप्ताहभर से नहरों में आए दूषित पानी के कारण जिला प्रशासन के निर्देश पर जलदाय विभाग ने डिग्गियों में जल भंडारण बंद कर दिया था। इसके बावजूद शहर में रोजाना की तरह सप्लाई होती रही। डिग्गियों का जलस्तर घटने पर अधिकारियों ने नींद खुली और पानी सप्लाई एक दिन छोड़कर करने का निर्णय ले लिया। शहरवासियों को समाचार पत्रों के माध्यम से ही पता चला कि पानी सप्लाई एक दिन छोड़कर की जाएगी।
आधे से ज्यादा घरों में भूमिगत टैंक नहीं
शहर में आधे से ज्यादा घरों में भूमिगत टैंक नहीं है। उन घरों में जल संकट का ज्यादा सामना करना पड़ रहा है। ऐसे घरों में एक दिन भी जलापूर्ति नहीं होने से हालात बिगड़ जाते हैं। हुआ भी यही और वे बूंद-बूंद पानी के लिए तरस गए।
पार्क में लगे सबमर्सिबल का सहारा
पुरानी आबादी क्षेत्र में रोजाना पेयजल सप्लाई होने पर भी संकट की स्थिति रहती है। वहां इकांतरे जलापूर्ति से हालात बिगड़ गए हैं। महिला पार्क में पानी देने के लिए लगाए गए सब मर्सिबल से आसपास के लोग पानी भर रहे हैं। सुबह पांच बजे से ही लोग बाल्टियां, घड़े, मटके, ड्रम, गैलन आदि लेकर पार्क की तरफ चल पड़े।
दो-तीन दिन में सुधरेंगे हालात
नहरों में दूषित पानी चलने के कारण डिग्गियों में भंडारण रोका हुआ था। पानी कम रह जाने से इकांतरे जलापूर्ति शुरू की गई थी। अब जांच में पानी सही पाए जाने पर शहरी क्षेत्र में नहरी पानी का भंडारण शुरू किया गया है। दो-तीन दिन में हालात सामान्य हो जाएंगे।
-वीके जैन, कार्यवाहक अधीक्षण अभियंता, जलदाय विभाग श्रीगंगानगर।