जानकारी के अनुसार गांव ठाकरी निवासी सोहनलाल कड़ेला (45) ने रविवार को अपने घर में विषाक्त पदार्थ खा (
eating poisoned ) लिया। उसे गंभीर अवस्था में इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में लाया गया। हालत गंभीर होने पर उसे श्रीगंगानगर रैफर कर दिया लेकिन रास्ते में पदमपुर के पास सोहनलाल ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है।
आत्महत्या से पहले फेसबुक पर डाली पोस्ट इससे पहले सोहनलाल ने फेसबुक पर स्टेटस डाला। जिसमें लिखा कि सारी उम्र कोई जीने की वजह नहीं पूछता लेकिन मौत के बाद सब पूछते हैं कैसे मरे। ग्रामीणों में सोहनलाल का सुसाइड नोट पुलिस को सौंपने की चर्चा भी है, जबकि पुलिस इनकार कर रही है। मृतक किसान नेता रहा है, समस्याओं के निराकरण के लिए वह कुछ समय पहले पानी की टंकी पर भी चढ़ा था। आंदोलनों में भी शामिल रहता था।
इनका कहना है
-हमें ऐसा कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। जिसमें मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री का नाम हो, लोग अफवाह फैला रहे हैं। -किशन सिंह शेखावत, थाना प्रभारी, रायसिंहनगर। पिछले महीने टोंक में किसान ने की थी आत्महत्या
गौरतलब है कि पिछले महीने ही टोंक जिले के बंथली निवारिया निवासी एक किसान ने बैंक और सूदखोरों से लिए लाखों रूपए के कर्ज से परेशान होकर खेत में जाकर फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली थी। सुबह तक घर नही आने पर परिजनों ने जाकर देखा तो किसान (
farmer suicides in India ) फंदे से झूलता मिला था। मृतक किसान का नाम निवारिया निवासी बालू 45 पुत्र जग्गा मीना है। उसके बैंक और सूदखोरों का करीब 12-13 लाख रुपए का कर्ज था जिससे परेशान था।