सरसों, जौ को काटने-निकालने का काम लगभग पूरा हो चुका लेकिन चना और गेहूं का अधिकतर काम खेतों में बाकि पड़ा है। किसान धान मंडियों में माल लाने में भी व्यस्त थे कि मौसम के बिगड़े मिजाज ने सब कुछ अस्त-व्यस्त कर दिया। सीजन चरम पर होने के कारण धान मंडियां कृषि जिन्सों से अटी हुई है। श्रीगंगानगर की नई धान मंडी सहित काफी मंडियों में तो स्थिति यह है कि जगह का टोटा पड़ा हुआ है।
-नुकसान पर व्यापारियों ने जताया आक्रोश
नई धान मंडी में कई सड़कों पर वर्षा के खड़े पानी से हुए नुकसान पर बुधवार को व्यापारियों ने आक्रोश जताया। किसानों की ढेरियां एवं तुला माल भीगने से काफी नुकसान हुआ है। इस स्थिति को देखकर ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन अग्रवाल, सचिव विनय जिन्दल, कच्चा आढ़तिया संघ के उपाध्यक्ष दिनेश स्वामी आदि आवेश में आए और मौके पर पहुंचे मंडी समिति के सहायक सचिव रमेश कुक्कड़ के समक्ष नाराजगी जताई। ट्रेडर्स एसोसिएशन ने खुद के स्तर पर शाम तक 48 टैंकर लगवा कर पानी बाहर निकलवाया।
नई धान मंडी में कई सड़कों पर वर्षा के खड़े पानी से हुए नुकसान पर बुधवार को व्यापारियों ने आक्रोश जताया। किसानों की ढेरियां एवं तुला माल भीगने से काफी नुकसान हुआ है। इस स्थिति को देखकर ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन अग्रवाल, सचिव विनय जिन्दल, कच्चा आढ़तिया संघ के उपाध्यक्ष दिनेश स्वामी आदि आवेश में आए और मौके पर पहुंचे मंडी समिति के सहायक सचिव रमेश कुक्कड़ के समक्ष नाराजगी जताई। ट्रेडर्स एसोसिएशन ने खुद के स्तर पर शाम तक 48 टैंकर लगवा कर पानी बाहर निकलवाया।
-चहुं ओर दुर्गन्ध, माल सूखाना हुआ मुश्किल
मंडी परिसर में गेहूं, सरसों, जौ आदि गीला होने से चहुं ओर दुर्गन्ध फैली हुई है। इन्हें सूखाना मुश्किल हो रहा है। मंडी समिति, ट्रेडर्स एसोसिएशन के कार्यालयों के बाहर नाले तक बोरियों को रखा गया है। इसी तरह पिड़ों पर व्यापारी माल सूखाने की मशक्कत कर रहे हैं। नमी वाले माल पर कबतूरों के झुंड के झुंड मंडरा रहे हैं।
मंडी परिसर में गेहूं, सरसों, जौ आदि गीला होने से चहुं ओर दुर्गन्ध फैली हुई है। इन्हें सूखाना मुश्किल हो रहा है। मंडी समिति, ट्रेडर्स एसोसिएशन के कार्यालयों के बाहर नाले तक बोरियों को रखा गया है। इसी तरह पिड़ों पर व्यापारी माल सूखाने की मशक्कत कर रहे हैं। नमी वाले माल पर कबतूरों के झुंड के झुंड मंडरा रहे हैं।
काफी मजदूर महिलाएं खराब कृषि जिन्स को बुहार कर कुछ हासिल करने की कोशिश में लगी हुई है। इस बीच, मंडी समिति मुनियादी जारी रखे हुए है कि कवर्ड प्लेटफार्म से व्यापारी अपना माल हटा ले, ये सिर्फ किसानों के लिए है।