पुलिस बल का कहना था कि उनके पास ऐसा कोई आदेश नहीं आया है कि बाजार खोला जाएं, वहीं दुकानदारों का कहना था कि जब रविवार शाम को जिला प्रशासन ने खोलने के संकेत दे दिए थे लेकिन लिखित आदेश नहीं दिए तो हम क्या करें। ऐसे में कशमकश का दौर सुबह से दोपहर तक चला। जिले की विभिन्न मंडियों में बाजार खोलने की सूचना से व्यापारियों ने संयुक्त व्यापार मंडल अध्यक्ष तरसेम गुप्ता को अवगत कराया। अध्यक्ष गुप्ता की अगुवाई में एक प्रतिनिधि मंडल जिला प्रशासन से वार्ता करने पहुंचा। इसमें बाजार खोलने की सहमति बनी। अध्यक्ष ने बताया कि जिला प्रशासन ने बाजार खोलने की अनुमति दे दी है।
इसमें किसी सरकारी संस्थान या अधिकारी से दुकान खोलने की अनुमति लेने की जरुरत नहीं है। दुकानदार और ग्राहक दोनों के लिए मास्क पहनना अनिर्वाय होगा। इसके साथ साथ ग्राहक का नाम, उसका पता और मोबाइल नम्बर एक रजिस्टर में संधारित करना हागा। दुकान खोलने का समय सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक रहेगा। इस समय अवधि के बाद कोई दुकान खोलता है या व्यापार करता है तो उसके खिलाफ जिला प्रशासन अपने स्तर पर कार्रवाई कर सकता है। इस शिष्ट मंडल में सचिव नरेश सेतिया, नीटू सुखीजा, थोक कपड़ा विक्रेता संघ के रामप्रकाश मिडढ, कृष्ण मील आदि मौजूद थे।
इधर, जिला प्रशासन से वार्ता के बाद व्यापारियों ने बाजार खुलने की घोषणा कर दी। ऐसे में अम्बेडकर चौक, गोल बाजार गांधी चौक, सदर बाजार, तहबाजार, पुरानी धानमंडी, जवाहर मार्केट, महावीर शॉपिंग सेंटर आदि में दुकान खोलने का दौर शुरू हो गया।
दोपहर बाद एकाएक पहुंचे दुकानदारों ने लंबे समय बाद दुकान खोलने पर राहत की सांस ली। वहीं दुकानदारों ने दुकानों की सफाई करनी भी शुरू कर दी। कोई पानी से फर्श को साफ करने लगा तो कोई सामान को कपड़े से झाडऩे भी लगा।
इस बीच इलाके में 42 दिन लगातार लॉक डाउन के बाद बाजार खोलने की घोषणा जैसे ही सोमवार दोपहर करीब ढाई बजे हुई तो बाजार एरिया में दुकानदारों के चेहरों पर हल्की मुस्कान आ गई। वहीं वीरान पड़ी बाजार की गलियां एकाएक चहल पहल में तब्दील होने लगी। जिन चौक और चौराहें पर राहगीरों दिखाई नहीं देते, वहां एकाएक आवाजाही होने से मानो बुरे सपने से बाहर निकलकर हकीकत में आ गए हो।
बाजार क्षेत्र में स्थित होलसेल भंडार के पास कपड़ों की मार्केट महावीर शॉपिंग सैंटर के बाहर सोमवार दोपहर करीब ढाई बजे एक व्यापारी अपने दोनों हाथों से आ रही कॉल पर एक ही जवाब दे रहा था कि ‘गलां छड्ड.., दुकान ते आं’।
यह व्यापारी दुकानदारों को बाजार खुलने की सूचना देकर बुला रहा था। एक से दूसरे दुकानदारों के पास बाजार खोलने का संदेश पहुंचने लगा। इस व्यापारी के पास तीन अन्य लोग भी खड़े थे, जो इसी मार्केट के दुकानदार थे। इन दुकानदारों ने भी अपने परिचितों से मुंह पर मास्क की अनिवार्यता के बारे में भी बताया।