पांच साल पहले पानी में बहकर आई थी मरी हुई मुर्गियां
पांच साल पहले नहर में मरी हुई मुर्गियां बहकर आई थी। उस समय भी जांच की मांग की गई थी लेकिन आज तक उस मामले में भी जांच नहीं हुई है। नहर से सैंपल भरने के दौरान किसान अमर सिंह, रमन रंधावा, अंग्रेज सिंह, विनोद जाखड़, अनिल गोदारा, लिछुराम, महेश कुमार, कालूराम, बनवारी लाल सहित अन्य लोग मौजूद थे। इस पर वे जलदाय विभाग में एसई के टीए को ये सैंपल देकर लौट आए। वहीं किसानों का कहना है कि दिल्ली स्थित निजी लैब में अपने स्तर पर सैंपल भेजेंगे।
डिग्गियों में भंडारित हो रहा काला पानी
गंगनहर में इन दिनों आ रहा काला पानी जलदाय विभाग की डिग्गियों में भंडारित किया जा रहा है। इसके लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अलग-अलग तरह से शुद्ध करने के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया जा रहा है।
डिग्गियों में पड़ा है कचरा
विभागीय कर्मचारी और अधिकारी भले ही साफ पानी देने का कितना भी दावा करते रहें, लेकिन हैड वाटरवक्र्स में स्थिति कुछ अलग ही है। यहां डिग्गियों में कचरा पड़ा हुआ साफ दिखाई देता है। नहर से आ रहे पानी के खाळे के पास जाकर देखें तो वहां बदबू आती है। सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है।