पुराने गेस्ट हाउस का नवीनीकरण करवाकर भविष्य में केफेटेरिया पार्क बनाकर टूरिस्ट स्पॉट विकसित किया जाएगा। स्मारक के दूसरी ओर बने मंदिर में बाहर की ओर स्थित हॉल का नवीनीकरण कर महाराजा गंगासिंह की यादों से जुड़े मेडल, तस्वीरें व इतिहास से संबंधित स्मृति चिन्ह आदि लगाकर इसे एक खूबसूरत म्यूजियम का रूप देने की योजना है।
जिला कलक्टर ने यहां का दौरा करते हुए इसके स्वरूप को पूरी तरह बदलकर शीघ्र कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश भी दिए। महाराजा गंगासिंह की मूर्ति, स्मारक व केफेटेरिया बन जाने के बाद यह स्थान ना सिर्फ पुराने इतिहास की याद ताजा करेगा बल्कि आधुनिक युग में श्रीगंगानगर के आमजन के लिए पिकनिक स्थल के रूप में भी उभरेगा।
कलक्टर महावीर प्रसाद वर्मा ने महाराजा गंगासिंह की मूर्ति बनवाने का कार्य धनतेरस पर नींव रखकर प्रारम्भ किया था। इस कार्य के शुरू होने के लगभग 22 दिन बाद यहां निर्माण कार्य प्रगति पर है।
नींव से ऊपर 17 फीट तक निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, जिसके ऊपर 25 एमएम व 12 एमएम के सरियों से मूर्ति का बेस तैयार किया गया है। इसके तैयार होने के पश्चात महाराजा गंगासिंह का स्टैव्यू लगाकर उसे नट बोल्ट द्वारा कसा जाएगा।
जिला कलक्टर के साथ अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन डॉ. गुंजन सोनी ने इस पूरी योजना पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता व सहायक अभियंता से चर्चा कर स्मारक को भव्य स्वरूप में लाने के संबंध में चर्चा भी की।