स्टेशन अधीक्षक डीके त्यागी बताते हैं कि जिन स्टेशनों पर बैंक की व्यवस्था है, वहां टिकट बिक्री की राशि को बैंकों में जमा करवाया जा रहा है। जिन स्टेशनों पर बैंक सुविधा नहीं है वहां से कैश मुख्यालय भेजा जाता है। हालांकि कुछ हाल्ट स्टेशनों पर टिकटों की बिक्री का काम ठेके पर है, इसलिए वहां कैश के कलेक्शन में दिक्कत नहीं है। स्टेशनों पर जमा होने वाले कैश को अब बैंकों में सीधा जमा कराया जाने लगा है, लेकिन इसके बावजूद चमड़े की थैली में पैसा ले जाने की प्रक्रिया पूरे तौर से खत्म नहीं हुई है।
एग्जीक्यूटिव खुद लेकर आता है राशि
रेल शक्ति स्कीम के तहत रेलवे स्टेशनों को टिकटों की बिक्री से होने वाली आय अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा अधिकृत एजेंसी के जरिए जमा कराने की व्यवस्था की जा रही है। इसके तहत संबंधित एजेंसी का एग्जीक्यूटिव प्रत्येक छोटे स्टेशनों पर जाकर खुद पैसा लेकर आएगा। चमड़े की थैली में कैश ले जाने की व्यवस्था उत्तर पश्चिम रेलवे के अलावा उत्तर रेलवे के भी कई स्टेशनों पर कायम है।