सीएमएचओ डॉ. सिंगला ने कहा कि भारत सरकार की ओर से जारी अलर्ट के अनुसार राजस्थान को गर्मी एवं लू से सर्वाधिक प्रभावित प्रदेशों के श्रेणी में माना गया है। प्रदेश में अप्रेल से जून माह के बीच गर्मी एवं हीटवेव का अत्यधिक प्रकोप रहने की संभावना व्यक्त की गई है। इसको ध्यान में रखते हुए आमजन को हीटवेव संबंधी बीमारियों से बचाने एवं उपचार के लिए सभी पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे हैं।
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अगले 72 घंटे बढ़ेगा पारा, 18-19 अप्रैल को एक्टिव मोड में होगा पश्चिमी विक्षोभ, इन जिलों में बारिश का ALERT घोषित उन्होंने कहा कि जिले का हीट एक्शन प्लान बनाया जा रहा है। साथ ही, रेपिड रेस्पॉन्स टीमों का गठन किया जाएगा। तेज गर्मी एवं लू के कारण होने वाली बीमारियों की जांच, दवा एवं उपचार का एक प्रभावी प्रोटोकॉल तैयार किया जा रहा है। साथ ही अस्पतालों में जांच, दवा एवं उपचार के लिए सभी प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। जिला औषधि भण्डार गृहों एवं अस्पतालों में दवाओं एवं जांच किट्स का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश राज्य स्तर से मिले हैं, जिन्हें पुख्ता किया जा रहा है। इसमें आरसीएचओ डॉ.मुकेश मेहता, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. कर्ण आर्य, सीओआईईसी विनोद बिश्नोई, डीपीएम विपुल गोयल, डीएसी रायसिंह सहारण एवं डीपीएम नकुल शेखावत सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।