पुलिस के अनुसार मामले में घाटोल निवासी मुकेश कुमार ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि पत्नी से तलाक के बाद उसने घर-परिवार की खातिर दूसरी शादी का मानस बनाया। इस बारे में पुराने परिचित बांसवाड़ा निवासी भंवरसिंह से बात की तो उसने इंदौर के सोनू सुथार के बारे में बताया। संपर्क करने पर सोनू ने युवती बताई। इसके बाद 16 फरवरी, 2024 को वे घाटोल निवासी दिलीप पुत्र कन्हैयालाल जैन व भंवरसिंह इंदौर गए। वहां सोनू मिला। उसने एक मकान में युवती दिखाई। उसका परिचय खरगोन के मेहरजा, बड़गांव निवासी इंदू (28) के रूप में कराया।
शादी कराने के एवज में दिए ढाई लाख रुपए
उसने बताया कि पत्नी से तलाक हो चुका है और उनके बच्चे हैं। इंदू ने भी खुद को तलाकशुदा बताकर विवाह करना स्वीकार किया। तब सहमति पर 17 फरवरी को इंदौर के गणेश मंदिर में सादे कार्यक्रम में शादी हुई। इस दौरान इंदू के परिवार के भाई मंगलसिंह एवं राकेश सोलंकी, बहन कंचन व दलाल सोनू के अलावा बांसवाड़ा से दिलीप जैन और भंवरसिंह मौजूद थे। इसके बाद इंदू ने सब की मौजूदगी में उसके साथ विवाह का शपथ पत्र भी तैयार करवाया। फिर सभी लोग उसी रात रवानगी कर घर आए। यहां सोनू ने शादी कराने के एवज में ढाई लाख रुपए और छह हजार रुपए उनका आवाजाही का किराया दिया। इंदू को छोड़ जाने के बाद वह कुछ दिन साथ रही।
जेवर लेकर भागी
26 फरवरी को सुबह झाड़ू लगाने के बहाने वह घर से बाहर निकली, जहां उसका भाई मंगलसिंह एवं राकेश सोलंकी बाइक लिए आए हुए थे। फिर तीनों कुछ बताए बगैर चले गए। तब सोनू को कॉल किया, तो उसने पूछकर इंदू को लाने की बात कही। उसके बाद आज तक किसी ने वापसी नहीं की। पीछे घर देखा तो पता चला कि इंदू के लिए बनवाई सोने की चेन और चांदी के पायजेब वह साथ लेकर चली गई। इससे अहसास हुआ कि दलाल सोनू, इंदू, मंगलसिंह एवं राकेश सोलंकी ने साजिश रचकर शादी रचाई और 2.56 लाख रुपए की ठगी कर जेवर भी ले गई। पुलिस ने मामला दर्ज जांच शुरु कर दी है।