नामांकन पत्र जमा करने के बाद दिग्विजय सिंह पत्रकारों से मुखातिब हुए। मीडिया के सामने उन्होंने सीएम मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा पर जमकर गुस्सा जताया। सीएम और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष द्वारा दिग्विजय सिंह को रामद्रोही बताने और आतंकवादियों को गले लगाने के बयाने पर वे उखड़ गए।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि राजगढ़ में सीएम मोहन यादव ने मुझे रामद्रोही बताया। बयान की वीडियो क्लिप मिलेगी तो मैं उनके खिलाफ एफआईआर कराऊंगा। उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा पर भी मानहानि का केस दर्ज कराने की चेतावनी दी।
दिग्विजय सिंह बोले कि वीडी शर्मा कहते हैं कि मैं आतंकवादियों को गले लगाता हूं। इसका वीडियो दीजिए, मैं उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराऊंगा। मंदिर जाने पर मुझे मौसमी हिंदू कह रहे हैं। वीडियो क्लिप मिलेगी तो मैं एफआईआर दर्ज कराऊंगा।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि राजगढ़ लोकसभा सीट से नामांकन फॉर्म दाखिल कर दिया है। अब वोटर्स के बीच अपनी बात रखूंगा। उनका जो निर्णय भी होगा, मुझे मान्य होगा। उन्होंने बताया कि मैं 1980 में राजगढ़ का प्रभारी मंत्री बना, फिर सांसद बना और मुख्यमंत्री भी बना। मैंने वाटर सेट मिशन चालू करवाया, संसाधनों का विस्तार किया। इस दौरान इलाके के विकास से पलायन रुक गया। आईटीआई और पॉलिटेक्निक के साथ ही कई कारखाने भी खुलवाए।