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बीकानेर

इस कॉलेज में सप्ताह में एक दिन रहता नो-व्हीकल डे, प्रोफेसर-कर्मचारी और विद्यार्थी आते साइकिल से

ग्लोबल वार्मिंग और प्रदूषित होते पर्यावरण से धरती को बचाने के लिए जागरूकता बेहद जरुरी

बीकानेरApr 22, 2024 / 01:34 am

Hari

नोखाएमएलबी कॉलेज में नो-व्हीकल डे पर पैदल व साइकिल से आते प्रोफेसर, कर्मचारी व विद्यार्थी

विश्व पृथ्वी दिवस विशेष : पर्यावरण के लिए छोड़ा वाहन सुख का मोह, साइकिल से करते है सवारी

ग्लोबल वार्मिंग और प्रदूषित होते पर्यावरण से धरती को बचाने के लिए जागरूकता बेहद जरुरी है। यदि जल्द ही प्रकृति संरक्षण के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाली पीढ़ियों को इसके दुष्परिणाम भुगतने होंगे। बिगड़ते प्रकृति संरक्षण को सुधारने के लिए हर व्यक्ति के यथासंभव योगदान देने की जरुरत है।
इसी उद्देश्य से नोखा के मांगीलाल बागड़ी राजकीय महाविद्यालय में पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने के लिए साइकिल सवारी की शुरुआत की गई है। कॉलेज में सप्ताह में एक दिन शनिवार को नो-व्हीकल-डे मनाया जाता है। इस दिन प्रोफेसर, अशैक्षणिक कर्मचारी और विद्यार्थी वाहन सुख का त्याग कर साइकिल की सवारी करते हैं। इसमें कुछ लोग पैदल कॉलेज आते हैं, तो कुछ साइकिल से आते हैं। इतना ही नहीं, शनिवार को बाहर से आने वाले विजिटर्स एवं अभिभावकों के लिए भी कॉलेज परिसर में वाहन से प्रवेश करना प्रतिबंधित होता है। उनको भी वाहन कॉलेज परिसर से बाहर ही छोड़ने पड़ते हैं। इस कॉलेज में समय-समय पर पर्यावरण संरक्षण एवं धरती की रक्षा के लिए विभिन्न तरह के जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। इसमें पर्यावरण संरक्षण पर संगोष्ठी, पौधारोपण, जागरूकता रैली के माध्यम से समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जाता है।
सभी को मिलकर करनी होगी पहल
पर्यावरण प्रेमी, शिक्षाविद् एवं युवाओं का कहना है कि विभिन्न कारणों से पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, जिससे मौसम लगातार बदल रहा है। प्रकृति संरक्षण के लिए प्रतिवर्ष विश्व पृथ्वी दिवस और विश्व प्रकृति प्रतिरक्षण दिवस मनाए जाते हैं। इसमें शिक्षण संस्थानों सहित अन्य संस्थाओं द्वारा विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं, लेकिन असल में हालात यह हैं कि ये दिवस भी केवल कागजों और आयोजनों के भीतर होकर रह गए हैं। इन दिवस को मनाने के असल उद्देश्यों के प्रति लोगों में जागरूकता का अभाव है। इस विषय को लेकर पर्यावरण संरक्षण को मजबूती देने के लिए पर्यावरण संरक्षण के प्रति सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। तभी वातावरण से प्रदूषण का मैल धुल पाएगा।
कॉलेज में साइकिल सवारी
कॉलेज में शनिवार को डेढ़ दर्जन से अधिक सहायक आचार्य व प्रोफेसर, अशैक्षणिक कर्मचारी और सैकड़ों विद्यार्थी वाहन का मोह का त्याग कर साइकिल की सवारी करते हैं। इसमें कुछ साइकिल से कॉलेज पहुंचते हैं, तो कुछ पैदल ही आते हैं। इस दिन विजिटर्स के लिए भी कॉलेज परिसर में वाहन प्रवेश वर्जित रहता है। इस मुहिम को बढ़ावा मिल रहा है।
एकजुट होकर सार्थक प्रयास करें
पर्यावरण को सुरक्षित करना किसी अकेले के बस की बात नहीं है। इसके लिए एकजुट होकर सार्थक प्रयास करने होंगे। बड़े स्तर पर पौधरोपण अभियान चलाना होगा। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए साइकिल को बढ़ावा देना होगा। कॉलेज में नो व्हीकल डे के तहत शनिवार को सभी लोग साइकिल से सवारी करते हैं। इस पहल को बढ़ावा मिल रहा है।
-डॉ एसएन राजपुरोहित, प्राचार्य, एमएलबी कॉलेज नोखा।

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