पांच साल में पांच डीआरएम बदले, किसी ने नहीं ली रुचि
झांसी मंडल में 2019 से पांच डीआरएम बदल चुके हैं। जिनमें अशोक कुमार मिश्रा, नीरज अंबस्थ, संदीप माथुर, आशुतोष और अब दीपक कुमार ङ्क्षसहा हैं। इन सभी को इसकी जानकारी है। लेकिन किसी ने भी रुचि नहीं ली।कुलियों को दिया प्रशिक्षण, फिर निकाली ही नहीं
जब लिफ्ट व्हील चेयर आई थी तब पहले दिन आइआरसीटीसी के अधिकारियों ने स्टेशन मैनेजर के चैंबर में ही कुछ कुलियों को इसका प्रशिक्षण भी दिया था। लेकिन उसके बाद एक दिन भी इस व्हील चेयर को चलाया नहीं गया है। तब से अब तक यह धूल खा रही है। झांसी से डीआरएम के साथ जब भी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी आए तो इसे चलाने के लिए उन्हें अवगत कराया गया, लेकिन किसी भी अधिकारी ने इसमें रुचि नहीं ली। जबकि इस तरह की लिफ्ट व्हील चेयर दूसरे बड़े स्टेशनों पर भी नहीं है।आइआरसीटीसी ने दी थी व्हील चेयर
ग्वालियर के साथ झांसी में भी यह लिफ्ट व्हील चेयर आई थी। लगभग पांच साल पहले आइआरसीटीसी ने दोनों स्टेशन को दी थी। इस नई सुविधा का उपयोग नहीं होने से अब तक कबाड़ हो चुकी है। रेलवे के पार्सल कार्यालय में इस पर इतनी धूल है कि इसकी मशीन भी अब खराब हो गई है।पुरानी व्हील चेयर पर हैं यात्री
रेलवे स्टेशन पर काफी समय से यात्रियों के लिए पुरानी व्हील चेयर रखी हुई है। उसी पर यात्रियों को ट्रेन से लाने और छोड़ने के लिए लगा रखा है। अगर यह सुविधा शुरू हो जाती तो यात्रियों को काफी फायदा होता।अमन वर्मा, सीनियर डीसीएम झांसी रेलवे मंडल