scriptGwalior rail station रेल्वे की लापरवाही… पांच साल से पार्सल ऑफिस में रखे-रखे खराब हो गई लिफ्ट, व्हील चेयर | Gwalior rail station Railway's negligence... Lift and wheel chair lying in parcel office for five years broke down | Patrika News
ग्वालियर

Gwalior rail station रेल्वे की लापरवाही… पांच साल से पार्सल ऑफिस में रखे-रखे खराब हो गई लिफ्ट, व्हील चेयर

आइआरसीटीसी द्वारा पांच साल पहले यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन पर प्रदान की गई लिफ्ट व्हील चेयर पार्सल कार्यालय में रखे-रखे कबाड़े में तब्दील

ग्वालियरMay 26, 2024 / 06:05 pm

रिज़वान खान

gwalior rail station आइआरसीटीसी द्वारा पांच साल पहले यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन पर प्रदान की गई लिफ्ट व्हील चेयर पार्सल कार्यालय में रखे-रखे कबाड़े में तब्दील

gwalior rail station

gwalior rail station: आइआरसीटीसी द्वारा पांच साल पहले यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन पर प्रदान की गई लिफ्ट व्हील चेयर पार्सल कार्यालय में रखे-रखे कबाड़े में तब्दील हो गई। अब इसकी हालत यह है कि यह इस्तेमाल के लायक नहीं बची है। इस व्हील चेयर से विकलांग और बुजुर्ग यात्री आसानी से ट्रेन के कोच तक पहुंच सकते हैं, लेकिन इसका लाभ यात्रियों को नहीं मिला। पांच साल में झांसी मंडल में पांच डीआरएम बदल चुके हैं, इन सभी को इसकी जानकारी है, लेकिन किसी ने भी इस सुविधा का लाभ यात्रियों को दिलाने में रुचि नहीं दिखाई। जबकि इस नई तकनीक की व्हील चेयर से यात्री प्लेटफॉर्म से सीधे ट्रेन के कोच तक पहुंच सकता है। यह लिफ्ट व्हील चेयर लगभग तीन लाख रुपए में खरीदी गई थी।

पांच साल में पांच डीआरएम बदले, किसी ने नहीं ली रुचि

झांसी मंडल में 2019 से पांच डीआरएम बदल चुके हैं। जिनमें अशोक कुमार मिश्रा, नीरज अंबस्थ, संदीप माथुर, आशुतोष और अब दीपक कुमार ङ्क्षसहा हैं। इन सभी को इसकी जानकारी है। लेकिन किसी ने भी रुचि नहीं ली।

कुलियों को दिया प्रशिक्षण, फिर निकाली ही नहीं

जब लिफ्ट व्हील चेयर आई थी तब पहले दिन आइआरसीटीसी के अधिकारियों ने स्टेशन मैनेजर के चैंबर में ही कुछ कुलियों को इसका प्रशिक्षण भी दिया था। लेकिन उसके बाद एक दिन भी इस व्हील चेयर को चलाया नहीं गया है। तब से अब तक यह धूल खा रही है। झांसी से डीआरएम के साथ जब भी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी आए तो इसे चलाने के लिए उन्हें अवगत कराया गया, लेकिन किसी भी अधिकारी ने इसमें रुचि नहीं ली। जबकि इस तरह की लिफ्ट व्हील चेयर दूसरे बड़े स्टेशनों पर भी नहीं है।

आइआरसीटीसी ने दी थी व्हील चेयर

ग्वालियर के साथ झांसी में भी यह लिफ्ट व्हील चेयर आई थी। लगभग पांच साल पहले आइआरसीटीसी ने दोनों स्टेशन को दी थी। इस नई सुविधा का उपयोग नहीं होने से अब तक कबाड़ हो चुकी है। रेलवे के पार्सल कार्यालय में इस पर इतनी धूल है कि इसकी मशीन भी अब खराब हो गई है।

पुरानी व्हील चेयर पर हैं यात्री

रेलवे स्टेशन पर काफी समय से यात्रियों के लिए पुरानी व्हील चेयर रखी हुई है। उसी पर यात्रियों को ट्रेन से लाने और छोड़ने के लिए लगा रखा है। अगर यह सुविधा शुरू हो जाती तो यात्रियों को काफी फायदा होता।
रेलवे स्टेशन के पार्सल कार्यालय में लिफ्ट व्हील चेयर रखी- रखी कबाड़ हो गई है। इस मशीन को दिखवाया गया है। अब यह इस्तेमाल के लायक नहीं है।
अमन वर्मा, सीनियर डीसीएम झांसी रेलवे मंडल

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