मुख्य सचिव ने कहा कि लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से सुनिश्चित कराने के लिए राजस्थान सहित सभी पड़ोसी राज्यों को समन्वय बनाकर संवेदनशीलता और सतर्कता बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि अवैध नकदी, अवैध शराब आदि के प्रवाह को रोकने के लिए अंतरराज्यीय सीमाओं पर दो तरफा निगरानी बढ़ाई जानी चाहिए।
पुलिस महानिदेशक उत्कल रंजन साहू ने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिए प्रदेशभर में पुलिस द्वारा प्रभावी रूप में निषेधात्मक कार्रवाई की जा रही है। संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर, कानून व्यवस्था की स्थिति का आकलन कर जिलेवार केन्द्रीय पुलिस बलों का आवंटन कर दिया गया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था विशाल बंसल ने शराब और ड्रग्स के अवैध परिवहन एवं गैर जमानती भगोड़े अपराधियों सहित अन्य लंबित अंतरराज्यीय प्रकरणों के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने अंतरराज्यीय चैक पोस्टों पर निगरानी बढ़ाने का भी आग्रह किया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि वीसी में निर्वाचन के दौरान धन-बल, अवैध शराब और मादक पदार्थों को रोकने के लिए प्रभावी कार्य-योजना बनाकर कार्य करने, बॉर्डर एरिया चेक पॉइंट्स पर सघन जांच, सभी एजेंसियां को समन्वय से कार्य करने और आयोग के सभी निर्देशों का पालन अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए गए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान प्रदेश में कानून-व्यवस्था को प्रभावित कर सकने वाले मुद्दों की सूची बनाकर पुलिस एवं प्रवर्तन एजेंसियों को चाक-चौबंद कर दिया गया है। इसके लिए पुलिस और आबकारी विभाग की राजस्थान के 223 चेक पॉइंट्स एवं पड़ोसी राज्यों के 174 चेक पॉइंट्स पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
जरूरी मामलों में सीआरपीसी, एनडीपीएस, एनएसए, राजपासा आदि में मामले दर्ज कर कानूनी कार्यवाही भी की जा रही है। चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही असलहा की जब्ती का कार्य भी किया जा रहा है। आवश्यकता पड़ने पर पड़ोसी राज्यों से होमगार्ड की उपलब्धता मांग के अनुसार सुनिश्चित करने के संबंध में समन्वय किया जा रहा है। राजस्थान के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों में सूखा दिवस को प्रभावी रूप से लागू करने, एवं मतदान दिवस पर सवैतनिक अवकाश घोषित करने पर भी चर्चा की गई।