उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्रीय नेता के लिए चुनाव का समय बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। लोकदल के स्टार प्रचारकों की सूची में मुलायम सिंह एक नंबर पर हैं, बावजूद इनके पुत्र और भाई शिवपाल सिंह यादव ने उनकी राजनीतिक गतिविधियों को बंधक सा बना लिया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी(सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव स्टार प्रचारकों समेत सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता अपने-अपने प्रत्याशियों के विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे हैं लेकिन यादव चुनावी संग्राम में कहीं गुम से हो गये हैं।
सिंह ने कहा कि मुलायम सिंह यादव अगर अपने पुराने घर (लोकदल) से जुडें तो वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे। उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन लोकदल से ही शुरू किया था और 25 साल तक इससे जुडे रहे और उसके बाद 1992 में सपा की नींव रखी।
सिंह ने कहा कि यादव सपा-कांग्रेस गठबन्धन के पक्षधर कभी थे ही नहीें। उन्होंने कांग्रेस को हाशिये पर लाने का काम किया। लोकदल अध्यक्ष ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि विकास का मतलब मेट्रो चलवाना या एक्सप्रेस-वे बनवाना ही नहीं है बल्कि चतुर्दिक विकास है। एक्सप्रेस-वे की अगर केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच हुई तो बडे बडे लोग इसकी जद में आ सकते हैं।