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नागौर

निजी बैंक मैनेजर के खिलाफ परिवाद, नहीं दी पुलिस को जानकारी

निवेश के बदले मोटा लाभ देने का झांसा देकर 87 लाख की धोखाधड़ी के मामले में निजी बैंक के प्रबंधक के पुलिस को जानकारी नहीं देने का मामला सामने आया है।

नागौरMay 26, 2024 / 08:07 pm

Sandeep Pandey

87 लाख की धोखाधड़ी का मामला

पुलिस का कहना है कि बार-बार जानकारी मांगने के बाद भी नहीं कर रहे थे सहयोग

नागौर. निवेश के बदले मोटा लाभ देने का झांसा देकर 87 लाख की धोखाधड़ी के मामले में निजी बैंक के प्रबंधक के पुलिस को जानकारी नहीं देने का मामला सामने आया है। कोतवाली थाना पुलिस की ओर से इस संबंध में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष परिवाद दाखिल किया है। गौरतलब है कि निवेश के नाम से दिल्ली दरवाजा निवासी मुनव्वर (42) से यह ठगी हुई थी। पत्रिका ने इस संबंध में धोखाधड़ी की सिलसिलेवार खबरें प्रकाशित की थी। झांसा देकर फांसने में फाइनेंस कम्पनी तक सक्रिय, कार्रवाई सुस्त शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इस पर हड़कम्प मचने के बाद पुलिस ने बैंक मैनेजर के खिलाफ यह कार्रवाई की है।
सूत्रों के अनुसार मामला दर्ज होने के करीब डेढ़ महीने बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की है। बताया जाता है कि मुनव्वर को निवेश के बदले मोटा लाभ देने का झांसा देकर दो महीने में यह रकम हड़पी गई। राशि जिस बैंक के जरिए अलग-अलग खातों में गई, उसी बैंक से इसकी पूरी डिटेल मांगी गई थी। पुलिस का कहना है कि संबंधित बैंक मैनेजर कई दिनों से यह दस्तावेज/डिटेल उन्हें उपलब्ध नहीं करा रहा, जिससे मामले की जांच आगे नहीं बढ़ पा रही। इस पर कोतवाली सीआई मनीष देव के निर्देश पर परिवाद दाखिल किया है।
यह है मामला

दिल्ली दरवाजा निवासी मुनव्वर (42) ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि 11 फरवरी को उसके मोबाइल पर व्हाट््स ऐप के जरिए संदेश आया कि एक्सचेंज एण्ड स्टडी क्लब के नाम से उनके साथ कई व्यक्ति व संस्थाएं जुड़ी हुई हैं। शेयर मार्केट में निवेश कर जारी होने वाले आईपीओ के भारी लाभांश के हकदार बने। इस ग्रुप में श्रीमती मीरा उससे इस बारे में चेटिंग करती रही और तीस फीसदी लाभांश का झांसा देकर अलग-अलग कम्पनियों के शेयर खरीदने के साथ अन्य निवेश के लिए उकसाती रही।अच्छे लाभ के झांसे में आकर उसने फरवरी से निवेश करना शुरू किया। अलग-अलग निवेश के जरिए वो करीब 87 लाख रुपए निवेश कर चुका। इसके बदले में उसके पास केवल ढाई लाख का लाभांश आया। इसके बाद उसने अपनी रकम मांगी तो पहले टरकाया गया, बाद में जान से मारने की धमकी भी दी। यहां तक कि आखिर में सबने अपने सम्पर्क ब्लॉक कर दिए।
नकदी-जेवर नहीं दस्तावेज भी ले गए चोर

नागौर. चोर हजारों की नकदी व जेवरात ही नहीं कुछ दस्तावेज भी लेकर रफू चक्कर हुए थे। कोतवाली थाना इलाके के ताऊसर रोड स्थित हाउसिंग बोर्ड में प्रोफेसर पूर्णिमा कत्याल के यहां हुई तीन दिन पूर्व चोरी की जांच के बाद यह खुलासा हुआ।
कोतवाली सीआई मनीष देव ने मय टीम मौके का निरीक्षण किया। आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले। पूर्णिमा कल्याल मिर्धा कॉलेज में प्रोफसर हैं। सेक्टर एक स्थित उनके मकान में यह वारदात संभवतया गुरुवार की रात हुई। उस समय पूर्णिमा कत्याल दिल्ली तो उनकी बेटी जोधपुर गई हुई थीं। वहां से आने के बाद शुक्रवार को इन्होंने कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई। पूर्णिमा कत्याल ने बताया कि घर आकर संभाला तो करीब बीस हजार रुपए की नकदी, पंद्रह चांदी के सिक्के, पायल-बिछिया, चांदी का दीपक आदि गायब था। यही नहीं अलमारी में मकान व अन्य जरूरी दस्तावेज भी थे, इनमें से भी कुछ गायब मिले। कोतवाली सीआई मनीष देव का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, जल्द ही चोर पकड़े जाएंगे।

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