शराब पीने के 24 लाख मामले घटे
बिहार में अप्रेल 2016 में पूरे राज्य में शराब बनाने, ट्रांसपोर्ट, बिक्री और खपत पर रोक लगा दी गई थी। रिसर्च के मुताबिक, बिहार में बैन से पहले पुरुषों में लगातार शराब पीने की दर 9.7 प्रतिशत से बढ़कर 15 फीसदी थी, जबकि पड़ोसी राज्यों में यह 7.2 प्रतिशत से बढ़कर 10.3 फीसदी हो गई थी। प्रतिबंध के बाद, ये रुझान उलट गया। बिहार में साप्ताहिक रूप से शराब पीना 7.8 प्रतिशत रह गया, जबकि पड़ोसी राज्यों में यह बढ़कर 10.4 प्रतिशत हो गया। दैनिक और साप्ताहिक शराब पीने के 24 लाख मामलों में कमी आई।
अंतरंग साथी के हिंसा के मामले घटे
रिसर्च में महिलाओं के खिलाफ शारीरिक हिंसा में कमी भी देखी गई है। भावनात्मक हिंसा के मामले 4.6 प्रतिशत कम हुए हैं। वहीं, यौन हिंसा के मामले में 3.6 फीसदी की गिरावट आई है।