गुरू व शुक्र का तारा अस्त रहने से नहीं होंगे विवाह
पं. जगदीश दिवाकर के अनुसार, 18 अप्रेल से शादी-विवाह के कार्यक्रम दोबारा शुरू हो रहे हैं। अप्रेल माह में लगभग 8 से 9 शुभ लग्न मुहूर्त हैं। इसके बाद दो माह के लिए फिर से शादियां नहीं होंगी। दरअसल, इस साल मई और जून में शादी की शहनाइयां नहीं गूंजेगीं। सबसे अधिक विवाह होने वाले इन दो महीनों में इस बार शादी का एक भी मुहूर्त नहीं है। इन दो माह में गुरू व शुक्र का तारा अस्त रहेगा, जिससे शादियां नहीं हा सकेंगी। इसके बाद सात जुलाई से लग्न शुरू होगा, जो 16 जुलाई को समाप्त हो जाएगा। फिर 17 नवम्बर में लग्न शुरू होगा।
आखातीज 10 मई को
अक्षय तृतीया वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को होती है। अक्षय तृतीया को आखा तीज भी कहा जाता है। इस साल ये 10 मई को पड़ रही है। इस दिन मांगलिक कार्याों के लिए अबूझ मुहूर्त होता है। मान्यता है कि इससे घर में सुख, समृद्धि, वैभव, धन और प्रेम बढ़ता है. अक्षय तृतीया के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 33 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। वहीं, विवाह आदि के लिए भी ये सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त होता है।
विवाह शुभ मुहूर्त –
अप्रेल 2024: 18, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25 और 26 जुलाई 2024: 09, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16 17 नवंबर 2024: 17,18, 22 , 23, 24 और 25 दिसंबर 2024: 02, 03, 04, 05, 09, 10 , 11, 13, 14 और 15