मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी ने इस संबंध में चुनाव आयोग को एक पत्र लिखकर शिकायत की है। मुस्लिम बहुल इलाकों में भी बीजेपी को अच्छा जन समर्थन मिलने पर हैरानी जताते हुए मायावती ने कहा कि पार्टी द्वारा प्राप्त रिपोट्र्स के मुताबिक, मुस्लिम बहुल इलाकों में भी ज्यादातर वोट भाजपा को ही चले गए हैं।
इससे इन आशंकाओं को बल मिलता है कि वोटिंग मशीनों को मैनेज किया गया है। जिन इलाकों में मुस्लिम समाज का वोट 18 से 20 प्रतिशत है, वहां भी उनका वोट भाजपा को जाए, क्या यह बात आपके गले के नीचे उतर रही है? बीजेपी ने एक भी मुसलमान को टिकट नहीं दिया था। दुनिया में किसी को भी इसपर यकीन नहीं होगा।
बैलट पेपर द्वारा फिर से चुनाव करवाएं: मायावती मायावती ने इसे लोकतंत्र के लिए गंभीर मामला बताते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के चुनाव नतीजों को देखकर पता चलता है कि यह बहुत गंभीर मामला है। इसे नजरंदाज करना हमारे लोकतंत्र के लिए घातक हो सकता है। मैं बीजेपी को चुनौती देती हूं।
आज जो बीजेपी के लोग खुश हो रहे हैं कि उन्हें बहुमत मिल गया है, तो ऐसा उन्होंने गड़बड़ी करके किया है। मैं अमित शाह और नरेंद्र मोदी को चुनौती देती हूं कि अगर वे ईमानदार हैं और उन्हें लगता है कि जो वोट उन्हें मिला है वह सही है, तो वे चुनाव आयोग से अपील कर वोटिंग मशीन से हुआ यह चुनाव खारिज कराएं और पुरानी व्यवस्था के तहत बैलट पेपर द्वारा फिर से चुनाव करवाएं। इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
मायावती ने 2014 के लोकसभा चुनावों का दिया हवाला मायावती ने 2014 के लोकसभा चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय भी ऐसी ही आशंकाएं जताई गई थीं। उन्होंने कहा कि बिना गड़बड़ी किए बीजेपी को इतने वोट नहीं मिल सकते थे। मायावती ने आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान कई जगहों पर ऐसी चर्चा थी कि वोटिंग मशीन में कोई भी बटन दबाओ, लेकिन वोट बीजेपी को ही जाता है।