इस देश में अभी भी है रामायण-महाभारत काल, भैंसों पर बैठकर पुलिस करती है गश्त
police patrolling on buffaloes: इस जगह पर जितने लोग हैं उनसे ज्यादा तो यहां पर भैंसों की संख्या है। माराजो की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा इन भैंसों से जुड़ा हुआ है। यहां पर 450,000 पालतू और जंगली जल भैंस यानी एशियन वॉटर बफैलो हैं।
Police patrolling on Buffaloes: आपने पुराओं और रामायण-महाभारत के वो तथ्य तो सुने ही होंगे कि तब जानवर और पक्षी तक देवी-देवताओं की सवारी हुआ करते थे। गरुड़, बैल, शेर, चीते पर ही ये देवी-देवता सवारी करते थे। हालांकि आधुनिक युग में अब इन सवारियों की जगह ईंधन से चलने वाली गाड़ियों और इलेक्ट्रिक वाहनों ने ले ली। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि अभी भी दुनिया के एक देश में भैंसों को सवारी के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। सबसे रोचक बात ये है कि ये भैंसें इस देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभा रही हैं। दरअसल इन भैंसों को प्रयोग य़हां की पुलिस कर रही है। इन भैंसों पर बैठकर पुलिस गश्ती या पेट्रोलिंग करती है।
गाड़ियों की जगह भैंसों पर पेट्रोलिंग का ये नियम ब्राजील (Brazil) में है। ये दुनिया का एकमात्र पुलिस बल है जो घोड़ों के बजाय भैंसों का उपयोग करता है। दरअसल ब्राजील में आज से नहीं बल्कि कई सालों से भैंसों पर पेट्रोलिंग करने (Police patrolling on Buffaloes) का नियम है। लगभग एक सदी पहले भैंसें ब्राजील के माराजो (Marajo) द्वीप पर दिखाई देती थीं, जब उन्हें एशिया से यहां लाया गया था। धीरे-धीरे ये भैंसें इस क्षेत्र की प्रतीक बन गईं। बता दें कि ये जानवर अमेज़ॉन नदी की जमीन पर के लिए अनुकूल हैँ।
माराजो (Marajo) में आज जितने लोग हैं उनसे ज्यादा तो यहां पर भैंसों की संख्या है। माराजो की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा इन भैंसों से जुड़ा हुआ है। यहां पर 450,000 पालतू और जंगली जल भैंस यानी एशियन वॉटर बफैलो हैं। ये भैंसे पुलिस की पेट्रोलिंग में भी काम आती हैं और जब वो अपनी सेवा से रिटायर हो जाती हैं तब उन्हें कृषि में उपयोग में लाया जाता है।
क्या फायदा है भैंसों पर पेट्रोलिंग का?
ब्राजील के इस माराजो द्वीप पर जिन भैंसों की सवारी होती है वो एशियन वॉटर बफैलो (Asian Water Baffalo) हैं। ये एशियाई हैं लेकिन ये भारतीय भैंसों से काफी अलग होती हैं। ये पानी और दलदली जगह पर भी काफी आराम से और तेज चलती हैं। अपनी इसी खूबी की वजह से वो ब्राजील के इस द्वीप की पुलिस की चहेती बनी हुई हैं।
क्योंकि इस द्वीप में कई जगहें ऐसी हैं जहां पर दूसरे जानवर उतनी अच्छी तरह के काम नहीं कर सकते जितना अच्छा ये जल भैंसें या एशियन वॉटर बफैलो करती हैं। ये अपराधी को पानी, तालाब, कीचड़ कहीं से भी खींच कर बाहर ले आती हैं। जिससे पुलिस को काफी फायदा होता है।
सदियों पुरानी है परंपरा
कई सालों से माराजो की राजधानी सौरे के पुलिसकर्मी इस द्वीप पर गश्त करने के लिए भैंसों का उपयोग करते हैं, खासकर दूरदराज इलाकों में जहां यातायात के दूसरे साधन नहीं पहुंच सकते हैं। ये पुलिसकर्मी इन भैंसों पर ही बैठकर दूर-दराज के गांवों-शहरों में जाते हैं, गश्त करते हैं। इसके अलावा पुलिस विभाग में किसी सामान की जरूरत होती है तो वो भी इन भैंसों पर लादकर लाया जाता है।
बता दें कि इन एशियन वॉटर बफैलो यानी जल भैंसों पर बैठकर पेट्रोलिंग करना पुलिस के लिए भी काफी मुश्किल होता है। इस 1 हजार पाउंड के वजनी जानवर को ट्रेन करना उन्हें पुलिस बल के साथ कदमताल मिलाना और उन्हें अपराधियों की पहचान और उन्हें पकड़ने के तरीकों के बारे में उन्हें शिक्षित करना होता है। हालांकि भैंसों पर सवारी इस द्वीप की पंरपरा है तो यहां की पुलिस के लिए ये उतना कठिन नहीं होता है।