मानसून पैटर्न में बदलाव थार रेगिस्तान को बना सकता है हरा-भरा
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी भी हैरान
जिले के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिवशंकर यादव भी जिले में गधों के विलुप्त होने का कोई स्पष्ट कारण नहीं बता सके। वह कहते हैं कि आश्चर्यजनक यह है कि एक साल पहले गधों की संख्या हजारों में थी तो आखिर गए कहां? उन्होंने कहा कि लोगों के लिए अनुपयोगी हो चुके गधे आखिर गए कहां। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि मांस कारोबारियों ने रातों-रात गधों का भी वध करके उनके मांस का कारोबार कर लिया हो। फिलहाल डॉ शिवशंकर यादव इस बात से आश्चर्य चकित हैं कि हजारों की संख्या में गधे कहां विलुप्त हो गए?
मानसून को फिर नहीं पढ़ पाया मौसम विभाग, समय से पहले दी दस्तक, इस साल जमकर होगी बारिश
By- राम सुमिरन मिश्र