सूरजपुर जिले के रामानुजनगर विकासखंड स्थित ग्राम गोविंदपुर निवासी सुनील कुमार सिंह 39 वर्ष के माता-पिता की मौत हो चुकी है। उसकी करीब 2 एकड़ की पैतृक भूमि पिता स्व. दशरथ व माता देवचरनी के नाम से राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज है।
सुनील ने फौती नामांतरण के लिए हल्का नंबर 2 तेलईमुड़ा के पटवारी रामगोपाल साहू से संपर्क किया तो उसने रिकॉर्ड दुरुस्त करने के एवज में 10 हजार रुपए की डिमांड की। दोनों के बीच 5 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। इस दौरान सुनील ने उसे 2 हजार रुपए तत्काल दे दिए थे।
बाकी के बचे रिश्वत के पैसे देते समय वह पटवारी को रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। इस बीच उसने मामले की शिकायत अंबिकापुर एसीबी की टीम से की थी। एसीबी की टीम ने शिकायत का सत्यापन करने दोनों के बीच रिश्वत लेन-देन की बात कराई। इसके बाद उसे पकडऩे जाल बिछाया गया।
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स्टेट बैंक परिसर में पकड़ा गया पटवारी
पटवारी ने पीडि़त से कहा था कि जब तक वह 3 हजार रुपए नहीं देगा, वह उसका काम नहीं करेगा। इधर प्लान के अनुसार गुरुवार की दोपहर सूरजपुर के स्टेट बैंक परिसर में पटवारी को रिश्वत के पैसे देने बुलाया गया। एसीबी की टीम भी आस-पास ही मौजूद थी।
इसी बीच सुनील ने जैसे ही पटवारी को 3 हजार रुपए दिए, एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। एसीबी की टीम ने पटवारी के खिलाफ धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (यथा संशोधन 2018) के तहत कार्रवाई की है।