गौरतलब है कि 7 मई की रात लगभग 8 बजे निगरानी शुदा बदमाश (Monitored rogue) शिवनंदनपुर निवासी अजय बरगाह अपने साथी राजू यादव के साथ कुंजनगर स्थित अपने नए घर से निकलकर अपने शिवनंदनपुर स्थित पुराने घर में मोबाइल लेने के लिए गया।
यहां पहुंचकर उसने देखा कि उसका बड़ा भाई राजेश बरगाह अपने साथी राजा साहू, संदीप तिग्गा, टिंकू उर्फ गोविंदा और भोलू उर्फ राजकमल के साथ पहले से ही बैठकर शराब पी रहा था। यह देख कर अजय भी अपने भाई एवं उसके दोस्तों के साथ मिलकर शराब पीने लगा। शराब पीते-पीते कबाडिय़ो से पैसे वसूली की बात पर अजय व संदीप तिग्गा का विवाद होने लगा। इस पर अजय बरगाह ने समीप में पड़ी खाली बीयर की बोतल से संदीप तिग्गा के सिर पर मार दिया।
इसे आवेश में आकर मृतक के भाई राजेश बरगाह ने कहा कि आए दिन तुम मेरे दोस्तों के साथ विवाद करते हो, आज मैं तुम्हें नहीं छोड़ूंगा। इतना कहते ही सभी ने मिलकर अजय बरगाह की पिटाई शुरू कर दी, इसी दौरान उसके भाई ने डंडे से सिर पर प्राणघातक वार कर दिया।
इस दौरान मृतक का साथी राजू यादव बीच-बचाव करने की कोशिश करता रहा, लेकिन आरोपी उसे भी मारने के लिए दौड़े, इस पर वह किसी तरह जान बचाकर भागा। इसके बाद राजू भागते हुए मृतक की पत्नी को सूचना देने पहुंचा लेकिन पत्नी ने कहा कि यह हर रोज का तमाशा है सुबह तक सब कुछ ठीक हो जाएगा।
अगली सुबह जब मृतक की पत्नी शिवनंदनपुर स्थित पुराने घर में पहुंची तो पाया कि राजेश पहले ही अजय को अस्पताल पहुंचा चुका है। फिर वह अस्पताल पहुंची तो वहां अजय मृत मिला।
पांचों आरोपी भेजे गए जेल
मामले में पीएम रिपोर्ट व राजू यादव द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पुलिस ने धारा 302, 201 व 34 के तहत अपराध दर्ज कर मृतक के बड़े भाई राजेश बरगाह, राजा साहू, संदीप तिग्गा, भोलू उर्फ राजकमल व टिंगू उर्फ गोविंदा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्यवाही में थाना प्रभारी सुभाष कुजूर, उमेश सिंह, इन्द्रजीत सिंह, वरुण तिवारी, अविनाश सिंह, आनंद सिंह, अखिलेश पाण्डेय, आसिफ , अजय सिंह, रविशकर पांडेय, उदय सिंह, राजू सिंह व विजय कुमार सिंह शामिल रहे।