Chhattisgarh murder: हत्या करने के बाद अपने ऑफिस के दूसरे कमरे में छिपा दिया था शव और बाहर से लगा दिया था ताला, पुलिस ने आरोपी ब्रोकर को भेजा जेल
Chhattisgarh murder
सूरजपुर. साथ में रखने व रुपए के लिए दबाव बनाने से परेशान जमीन बिचौलिए द्वारा शहीदा की गला दबाकर हत्या कर दिए जाने की बात सामने आई है। पुलिस ने गुरुवार को जारी प्रेस नोट में यह बताया कि जमीन बिचौलिए मुख्तार ने ही गला दबाकर (Chhattisgarh murder) शहीदा की हत्या की है।
मामले में मुख्तार को बुधवार ही जेल भेज दिया गया है। जेल भेजने के एक दिन बाद पुलिस ने हत्या (Chhattisgarh murder) के कारणों का खुलासा किया है। दरअसल 6 अगस्त को महगवां स्थित जमीन दलाल मुख्तार उर्फ लल्लु के दफ्तर में ग्राम सिरसी निवासी 28 वर्षीय शहीदा बेगम का शव (Murder in Surajpur) संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था। घटना के संदर्भ में बताया गया था कि मृतिका घटना दिवस को अपने पति राही खान के साथ मुख्तार के पास जमीन के सिलसिले में पहुंची थी।
बातचीत के दौरान राही खान अपनी पत्नी को छोड़कर चाय पीने चला गया था और जहां से वापस लौटा तो उसकी पत्नी मृत मिली। राही खान ने मुख्तार पर हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस ने जांच व पीएम रिपोर्ट के बाद बताया है कि पीएम रिपोर्ट में गला घोंटकर हत्या किए जाने की बात सामने आई है।
वहीं आरोपी मुख्तार ने पूछताछ में बताया है कि मृतिका (Chhattisgarh murder) के पति राही खान को 7-8 वर्षो से जानता है, करीब 6 माह पूर्व कोर्ट में राही खान अपने पत्नी के साथ जमीन के संबंध में कोर्ट में आया था, इसी दौरान इसकी मुलाकात मृतका से हुई थी।
2-3 माह पूर्व मृतिका शहीदा का पति राही खान कोरेक्स के प्रकरण में जेल गया था, उसके जमानत कराने के संबंध में शहीदा से बातचीत होती रहती थी। उसने पति की जमानत के नाम पर 50 हजार रुपए मृतिका शहीदा को दिए थे।
अपनाने के लिए बना रही थी दबाव आरोपी के मुताबिक मृतका उसके साथ रहने के लिए दबाव बनाती थी। घटना दिनांक 6 अगस्त को भी मृतका रुपए की मांग कर रही थी और साथ रहने के लिए उसके ऊपर दबाव डाल रही थी। इसी से तंग आकर आरोपी ने मृतका के गले में पहने स्कार्फ और चुनरी से उसका गला घोंट कर हत्या कर दी थी।
पुलिस ने भेजा जेल आरोपी मुख्तार अली उर्फ लल्लू पिता नसरूद्दीन उम्र 38 वर्ष निवासी महगवां के विरूद्व सबूत पाए जाने पर उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड में भेजा गया। कत्ल की गुत्थी सुलझाने में पुलिस अधीक्षक जीएस जायसवाल के मार्गदर्शन में सीएसपी डीके सिंह के नेतृत्व में थाना प्रभारी विकेश तिवारी, एसआई रश्मि सिंह, प्रधान आरक्षक राहुल गुप्ता, अदीप प्रताप सिंह, धनेश्वर कुशवाहा, रामनिवास तिवारी, अखिलेश यादव, आरक्षक लक्ष्मी नारायण मिर्रे, रामकुमार नायक व वसीम राजा सक्रिय रहे।
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