इधर दोनों बच्चियों के शव को गोताखोरों द्वारा करीब 3 घंटे के रेस्क्यू के बाद बाहर निकाला लिया। इस दौरान एसपी भी मौके पर मौजूद थे। बच्चियां नमदगिरी गांव में शादी के चौथी कार्यक्रम में शामिल होने आईं थीं।
सूरजपुर जिले के ग्राम पंचायत ऊंचडीह निवासी 16 वर्षीय सीता उर्फ सिम्मी राजवाड़े पिता रामसाय व ग्राम पचिरा निवासी 10 वर्षीय कविता पिता गंगाराम ग्राम पंचायत नमदगिरी में परिजन के साथ एक शादी कार्यक्रम में शामिल होने आईं थीं। सोमवार की दोपहर सीता व कविता दो अन्य सहेलियों के साथ रेण नदी के नौकाघाट पर नहाने गईं थीं।
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एसडीएम पुष्पेंद्र शर्मा व पुलिस बल भी मौके पर पहुंचे। गोताखोरों की मदद से करीब 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों बालिकाओं के शव को बाहर निकाला गया जिसे देखकर लोगों की आंखें नम हो गई।
बताया जाता है कि जिस स्थान पर यह हादसा हुआ है, वहां गहरी खाई है और इस जगह पर पूर्व में भी हादसे हो चुके हैं जिससे 2 वर्ष पूर्व ही इस जगह को नहाने पर प्रशासन ने पूर्णत: प्रतिबंध लगाया है, बावजूद यह हादसा हो गया।
परिजनों को 4-4 लाख रुपए दिए गए
एसडीएम पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि हादसे में मृत बच्चियों के परिजनों को प्रशासन ने सहायता राशि 4-4 लाख रुपए के चेक दिए गए हैं। इधर घटनास्थल पर नहाने के लिए पूर्णत: प्रतिबंध लगा दिया गया है और बेरीकेटिंग सहित अन्य उपाय किए जाने की बात कही गई है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
पहले भी हो चुका है हादसा
रेण नदी (Ren River) में जहां पर दो बच्चियां हादसे की शिकार हुईं, वहां पर गहरा खोह है जिसमें कुछ वर्ष पूर्व होली के दिन 3 बच्चों की जान चली गई थी। वहीं नगर के बस स्टैंड (Bus Stand) के 2 बच्चों की भी डूबने से मौत हो गई थी।
2 बच्चों ने दिखाया साहस, बचा ली जान
नदी में डूब रहे बच्चियों को नमदगिरी गांव के 2 बच्चों ने ही अपनी जान की बाजी लगाकर उन्हें बचाया है। बताया जा रहा है कि नदी में डूब रहे बच्चियों के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर वहीं आसपास घूम रहे यह दोनों बच्चे बच्चियों को बचाने नदी में छलांग लगा दी।
किसी तरह दो बच्चियों को बाहर निकाला मगर दो बच्चियों को नहीं बचा पाने का उन्हें अफसोस रहा। ग्रामीणों ने बताया कि बच्चों को बचाने (Save lives) वाले 14 वर्ष के शनि व अक्षय नाम के बच्चे हैं जो ग्राम नमदगिरी के ही रहने वाले हैं।