सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में हाथियों का आतंक (Elephants panic) है। यहां आए दिन हाथी फसलों व घरों को नुकसान पहुंचाने के अलावा जनहाहिन भी कर रहे हैं। इसी कड़ी में प्रतापपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम सेमराखुर्द निवासी पूर्व उपसरपंचरामधारी पिता बसधारी दो दिन पहले अपने समधी के घर ग्राम पलढ़ा गया था, कल शाम को बेटी व समधी के साथ वह घर लौट रहा था। वे ग्राम पार्वतीपुर के सिटीपखना के पास पहुंचे थे कि इनका सामना प्यारे हाथी से हो गया।
सुबह बरामद हुआ शव
जानकारी मिलने के बाद सभी शव को ढूंढने जंगल गए लेकिन घनी झाडिय़ों और अंधेरा (Dark) होने के कारण ढूंढ नहीं पाए। चूंकि प्यारे हाथी भी जंगल मे मौजूद था, ऐसे में उन्होंने रात में शव (Dead body) को जंगल मे ही छोड़ दिया। रविवार की सुबह मृत उपसरपंच का शव जंगल से बरामद किया गया।
25 हजार की मिली आर्थिक सहायता
वन विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में क्षेत्रीय जनपद सदस्य शिवपाल कुशवाहा ने परिजनों को तत्काल सहायता राशि के रूप में 25 हजार रुपये दिए। पूर्व उपसरपंच की मौत से परिजनों में मातम पसरा हुआ है।